वीडियो देखकर कराई डिलीवरी
नंदम्बाक्कम में किराए के घर में रहने वाले मनोहरन (36) और उनकी पत्नी सुकन्या (32) की पहले से दो बेटियां हैं। दंपती जिस वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ा था, उसमें प्रसव को लेकर कई तरह की जानकारी और वीडियो शेयर किए गए थे। सुकन्या ने पूरी गर्भावस्था के दौरान कोई जांच नहीं करवाई। 17 नवंबर को जब सुकन्या को प्रसव पीड़ा हुई तो दंपती ने अस्पताल जाने की बजाय वाट्सऐप ग्रुप से मदद लेेने का निर्णय किया। खुद मनोहरन ने पत्नी का प्रसव कराया।चिकित्सा सुरक्षा नियमों का उल्लंघन
डिलीवरी की जानकारी मिलने पर क्षेत्र के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने दंपती के खिलाफ केस दर्ज करवाया। शिकायत में कहा गया है कि मनोहरन की हरकत ने निर्धारित चिकित्सा सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया है। पुलिस ने जब दंपती से पूछताछ की तो वाट्सऐप ग्रुप के बारे में पता चला।मां-बच्चे की जान को खतरा
लोक स्वास्थ्य और निवारक चिकित्सा निदेशायल के निदेशक डॉ. टीएस सेल्वाविनायकम ने कहा, कोई भी प्रसव आपातकालीन स्थिति बन सकती है। आपातकालीन प्रसूति देखभाल नहीं मिलने पर मां और बच्चे को जान का खतरा हो सकता है। इस तरह के मामलों से निपटने के लिए उच्च स्तरीय चर्चा करने की योजना बना रहे हैं।यह भी पढ़ें – Unicef’s New Report: बदलती दुनिया में बच्चों के लिए बढ़ेंगी मुश्किले, भविष्य में क्या-क्या आएंगी दिक्कते?