पूजा से शादी करने को लेकर नराज थी फैमिली
हजारीबाग पुलिस अधिकारी ने बताया कि राहुल अपने पैतृक गांव हजारीबाग के कोरहा लौटने से पहले दिल्ली में पूजा के साथ रहने लगा था। कपल दिल्ली में सफल नाम से कोचिंग सेंटर चलाते थे। हजारीबाग में मनी लेंडर का काम करने वाला ईश्वर अपने बड़े बेटै राहुल और पूजा के पैतृक गांव लौटने से नाराज था। उसकी नाराजगी की मुख्य वजह पूजा की दूसरी जाति की होना था। उसने राहुल से पूजा का मर्डर करने के लिए भी कहा, लेकिन राहुल ने इससे इनकार कर दिया। इससे नाराज राहुल के पिता ने उठाया खौफनाक कदम।
कॉन्ट्रैक्ट किलर को दिए छह लाख रुपये
पुलिस के अनुसार, छह महीने पहले ईश्वर मेहता ने कॉन्ट्रैक्ट किलर के साथ मिलकर दोहरे हत्याकांड के लिए 6 लाख रुपये देने की साजिश रची थी। वारदात की रात ईश्वर, बबलू और उसके 4 साथी राहुल के घर गए। ईश्वर ने तलवार से पूजा पर जानलेवा हमला किया, जबकि बबलू और कॉन्ट्रैक्ट किलर ने राहुल पर हमला किया। चाकू से कई वार किए जाने के कारण कपल की मौत हो गई।
छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन, इलाके में परिवार का बहिष्कार
हजारीबाग पुलिस ने बताया कि हत्यारों ने शवों को बड़े तौलिये में लपेटा, उन्हें अपनी कार में लादा और इचाक के घाट पर ले गए। वहां ईश्वर ने दोनों के शवों को जला दिए. अगली सुबह छात्रों ने पाया कि राहुल और उसकी पत्नी गायब हैं। हत्या का मामला सामने आने पर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय समुदाय ने हत्या से नाराज होकर ईश्वर और उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया। लोकल थाना पुलिस को पूछताछ के दौरान ईश्वर ने खुलासा किया कि वह अपने बेटे राहुल से नाराज था, क्योंकि वह UPSC परीक्षा पास किए बिना ही वापस आ गया था। वह पूजा से शादी करने की योजना बना रहा था।