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Haryana Election: पूर्व CM हुड्डा की प्रतिष्ठा के साथ दांव पर सियासी भविष्य, कलानौर में बागी ने बिगाड़ी हवा

Haryana Election में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा का घर यानी हार्ट ऑफ जाटलेंड से सियासी भविष्य दांव पर लगा है। कुछ सीटों पर बागियों ने कांग्रेस-भाजपा के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। शादाब अहमद की स्पेशल रिपोर्ट

भिवानीOct 02, 2024 / 08:34 am

Devika Chatraj

हरियाणा के विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) की प्रतिष्ठा और सियासी भविष्य दांव पर लगा है। कांग्रेस (Congress) में सबसे ज्यादा टिकट उनके समर्थकों को मिले हैं। हार्ट ऑफ जाटलेंड यानी रोहतक क्षेत्र उनका घर है। जब भी हुड्डा मुख्यमंत्री बने, तब रोहतक(
हरियाणा के विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) की प्रतिष्ठा और सियासी भविष्य दांव पर लगा है। कांग्रेस (Congress) में सबसे ज्यादा टिकट उनके समर्थकों को मिले हैं। हार्ट ऑफ जाटलेंड यानी रोहतक क्षेत्र उनका घर है। जब भी हुड्डा मुख्यमंत्री बने, तब रोहतक(Rohtak), झज्जर(Jhajjar) जिलों में कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया। वर्ष 2019 के विपरीत माहौल में भी इन दोनों जिलों की 8 में 7 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा रहा। हुड्डा एक बार फिर पूरे दम-खम से चुनावी ताल ठोक रहे हैं। कुछ सीटों पर बागियों ने कांग्रेस-भाजपा के समीकरण बिगाड़ दिए हैं।
झज्जर जिलों में कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया। वर्ष 2019 के विपरीत माहौल में भी इन दोनों जिलों की 8 में 7 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा रहा। हुड्डा एक बार फिर पूरे दम-खम से चुनावी ताल ठोक रहे हैं। कुछ सीटों पर बागियों ने कांग्रेस-भाजपा के समीकरण बिगाड़ दिए हैं।

अग्निवीर से किस युवा का हुआ भला?

मैंने अपनी चुनावी यात्रा की शुरुआत रोहतक शहर से की। यहां मुझे बदहाली मिली। शहर की कई प्रमुख सडक़ें भी खराब मिली। बाइपास पर रहने वाले दुग्गल सिंह ने कहा, हुड्डा ने ही काम करवाया। उसके बाद कुछ नहीं हुआ। मनोहरलाल खट्टर भी यहीं के हैं, लेकिन कोई खास काम नहीं कराया। बाकी सब आपके सामने हैं। शीला बाइपास पर राकेश बत्रा कहने लगे कि मोदी सरकार ने देश में बहुत अच्छा काम किया है, लेकिन यहां चुनाव हुड्डा के इर्द गिर्द है। यहां से मैं झज्जर पहुंचा, वहां युवाओं के एक समूह में चुनावी बात छेड़ते ही उनके बीच बहस शुरू हो गई। घनश्याम वर्मा कहने लगा कि नायब सैनी सरकार ने पेंशन समेत कई योजनाएं शुरू की है। अच्छा काम किया है। दूसरी ओर, रामनाथ चौधरी ने कहा कि पांच साल में किसानों और नौजवानों का दमन किया है। अग्निवीर योजना से किस युवा का भविष्य बना है?

भाजपा राज में मौज

युवाओं को बहस में छोड़ मैं झज्जर की अनाज मंडी पहुंच गया। यहां बाजरा बेचने आए किसान रामनाथ ने कहा कि भाजपा राज में सभी चीजों में मौज हो रही है। हमारी फसलें खरीदी जा रही हैं। अरविंद कांडा(Arvind Kanda) कहने लगे कि सभी काम तो हो रहे हैं। खाते में छह हजार रुपए आ रहे हैं। और हमें क्या चाहिए। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कलानौर मुख्यालय पर चाय की दुकान चलाने वाले राजीव अरोड़ा ने कहा कि मोदी सरकार हो या यहां की भाजपा सरकार, दोनों ने अच्छा काम किया है। पंजाबी समुदाय के लोग वैसे भी भाजपा के साथ जा रहे हैं। कपड़े की दुकान चलाने वाले मनोज अलाहवत ने कहा कि वे अनुसूचित जाति से आते हैं। शैलजा के अपमान का मुद्दा इस इलाके में नहीं है। यहां तो बस भाजपा को हराना ही हमारा उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे प्रेम कुमार कांग्रेस का नुकसान कर सकते हैं।

गढ़ी सांपला: हुड्डा का दबदबा

भूपेन्द्र हुड्डा लगातार चौथी बार गढ़ी सांपला सीट से चुनाव मैदान में हैं। उनके सामने भाजपा ने मंजू हुड्डा को चुनाव में उतारा है। मंजू सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी प्रदीप यादव की पत्नी हैं, लेकिन उनके पति राजेश हुड्डा के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज है। शहर से निकल कर मैं गढ़ी-सांपला पहुंचा तो रोड किनारे किसानों के समूह अलग-अलग जगह चौपाल लगाकर बैठे हुक्का गुडग़ुड़ा रहे थे। जैसे ही उन्हें मैंने अपना परिचय दिया तो वह पूर्व सीएम मनोहरलाल खट्टर को किसान विरोधी बताते हुए दसों कमियां गिनाने लगे। सुभाष चौधरी सडक़ की ओर इशारा करते हुए कहते हैं, आप ही देख लो, क्या हाल कर दिया है। हुड्डा के राज में मौज थी। घांसी कहने लगे कि फसलों के दाम नहीं मिल रहे हैं। किसानों से सस्ते में फसलें व सब्जी खरीद कर व्यापारी महंगे में लोगों को बेच रहे हैं।

कलानौर में बागी ने बिगाड़ी हवा

रोहतक शहरी सीट है, जहां पंजाबी व बनिया समुदाया का बाहुल्य है। कांग्रेस ने वर्तमान विधायक भारत भूषण बत्रा तो भाजपा ने पूर्व मंत्र मनीष ग्रोवर को चुनाव में उतारा है। हालांकि चुनाव पूरी तरह से हुड्डा पर केन्द्रित है। कलानौर सीट पर कांग्रेस के बागी प्रेम कुमार ने दोनों दलों की हवा खराब कर रखी है।
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