कैसे पकड़ा गया आरोपी डॉक्टर
मामले खुलासा होते ही एक व्यक्ति डमी ग्राहक बनकर गर्भ परीक्षण के लिए प्राइवेट अस्पताल में पहुंचा। इस डमी व्यक्ति ने सारें सबूत मोबाइल में रिकॉर्ड किए और सभी सबूतों को स्वास्थ्य विभाग और जिला पंचायत के अधिकारियों को पेश किए। अहमदाबाद के जिला स्वास्थ्य अधिकारी शैलेश परमार ने कहा, प्रेगनेंसी टेस्ट एक घिनोना अपराध है। साथ ही उन्होंने बताया की जेंडर टेस्ट के लिए वहां के डॉक्टर 35 हजार रुपए लिया करते थे। डॉक्टर पर कार्यवाही शुरू कर दी गई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। जिला पंचायत ने बताया की 20 साल में 15 से ज्यादा मशीन सील हो चुकी हैं। और कई डॉक्टर के लाइसेंस भी सील किए जा चुके हैं।