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Ground Report : बीजेपी को मोदी के नाम से उम्मीद, कांग्रेस उठा रही अटकी योजनाओं का मुद्दा

Ground Report : देवभूमि हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस में टक्कर है। चार बार सांसद रहे अनुराग ठाकुर को संसद तक पहुंचने से कांग्रेस रोकने की कोशिश में कर रही है। पढ़िए हमीरपुर से अनिल कैले की विशेष रिपोर्ट…

नई दिल्लीMay 28, 2024 / 11:29 am

Shaitan Prajapat

Ground Report : देवभूमि हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस में टक्कर है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 10 वर्ष के कामकाज के सहारे परिवार की राजनीतिक विरासत को बचाए रखने की उम्मीद है। कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के प्रयासों के भरोसे ठाकुर को पांचवी बार संसद में पहुंचने से रोकने में जुटे हैं। राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर भाजपा को फायदा पहुंचाया था। बाद में पार्टी ने इन्हें निकाल दिया था। इन छह सीटों पर भी विधानसभा उपचुनाव हो रहा है। इन छह में से चार सीटें सुजानपुर, गगरेट, बरसार, कुटलेहार हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में सम्मिलित हैं। राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में शामिल हैं। इसलिए राज्य सरकार के मुखिया और उपमुखिया के लिए भी यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।

बढ़त कायम रखने की चुनौती

हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र परम्परागत रूप से भाजपा का गढ़ रहा है। अब तक हुए 17 आमचुनाव में दस बार भाजपा जीती है। पांच बार कांग्रेस और एक-एक बार यह सीट जनता पार्टी तथा निर्दलीय के खाते में गई। अनुराग ठाकुर को यह सीट राजनीतिक विरासत में मिली थी। उनके पिता और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल हमीरपुर से दो बार सांसद रहे। अनुराग वर्ष 2008 के उपचुनाव में पहली बार सांसद चुने गए। उसके बाद लगातार चार बार जीतते आ रहे हैं। पांचवी बार संसद में पहुंचने के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। बिलासुपर जिले के डंगार गांव के नगेन्द्र सिंह बताते हैं कि हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के उत्तरी जिले ऊना से भाजपा को बढ़त मिलती रही है। इस बार कांग्रेस का उम्मीदवार ऊना जिले से है। इसलिए ठाकुर को बढ़त को कायम रखने के लिए जोर लगाना पड़ेगा। मैड़ गांव के सुरेन्द्र भी मानते हैं कि अनुराग जीत तो जाएंगे लेकिन जीत का अंतर कम हो सकता है।

केन्द्र की योजनाओं पर असंतोष

शिवालिक की पहाडिय़ों में बसे हमीरपुर की पहचान वीरों की भूमि के रूप में भी होती है। हमीरपुर और सुजानपुर के लोगों में देश सेवा का गजब का जज्बा है। युवा बड़ी संख्या में सेना में भर्ती होते हैं। गांव के लोग मुफ्त की योजनाओं की जगह मेहनत से कमाकर खाने की बात करते हैं। फौज से रिटायर होने के बाद सुजानपुर में छोटा होटल चलाने वाले राजवीर का मानना है कि केन्द्र ने मुफ्त का राशन और मकान देकर लोगों को निकम्मा बना दिया है। बेहतर तो यह है कि वह नौकरी दे। रोजगार होगा तो राशन आ ही जाएगा। मकान भी बन ही जाएगा। अग्निवीर योजना की बात छेडऩे पर बोले कि किसी काम की नहीं है यह योजना। चार साल के बाद क्या करेगा अग्निवीर। न पेंशन, न कैंटीन सुविधा। नौकरी में मर जाए तो शहीद का दर्जा भी नहीं देते। हमीरपुर में परचून की दुकान चलाने वाले राकेश स्नातक हैंं। बीबीए किया पर नौकरी नहीं मिली तो दुकान खोल ली। राकेश का कहना है कि मोदी मैजिक खत्म होने वाला है। केवल जुमलों से देश नहीं चलता।

स्थानीय मुद्दे बनाम मोदी

चुनाव प्रचार पर गौर किया जाए तो अनुराग ठाकुर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर ही वोट मांग रहे हैं। वे कोरोना के समय मिली केन्द्रीय मदद को गिना रहे हैं। फौजियों के लिए वन रैंक, वन पेंशन के साथ बिलासपुर में एम्स, ऊना से वंदेभारत ट्रेन, यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान विदेश में फंसे हिमाचल प्रदेश के 300 छात्रों की सुकशल वापसी की बात कहकर वोट के आशीर्वाद का निवेदन कर रहे हैं। कांग्रेस केन्द्र सरकार की वजह से अधूरे पड़ी प्रदेश की विभिन्न परियोजनाओं का मसला उछालकर अनुराग ठाकुर को घेर रही है। ऊना से हमीरपुर रेल लाइन, ऊना में पीजीआइ सेटेलाइट अस्पताल, डेहरा में केन्द्रीय विश्वविद्यालय की परियोजनाएं पूरी नहीं हो पाईं। मुख्यमंत्री सुक्खू राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। गांव और शहरों में पोस्टरबाजी में भी अनुराग थोड़ा आगे नजर आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री के भरोसे कांग्रेस की चुनावी पतवार

हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर, मण्डी और ऊना जिले की 17 विधानसभा सीटें शामिल हैं। भाजपा के 11 और कांग्रेस के 6 विधायक हैं। कांग्रेस ने सतपाल रायजादा को चुनाव मैदान में उतारा है। वे ऊना के पूर्व विधायक हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू के करीबी बताए जाते हैं। सुक्खू नादौन विधानसभा सीट से विधायक हैं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री हरौली से विधायक हैं। दोनों सीटें हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में शामिल हैं। इनका प्रयास नौदान और हरौली से सतपाल को अधिक से अधिक बढ़त दिलाने का रहेगा। नादौन में दूध के थोक विक्रेता सचिन बताते हैं कि सुक्खू ने ही रायजादा को टिकट दिलाया है तो भाग दौड़ तो करनी पड़ेगी। उनका मानना है कि अनुराग ठाकुर के लिए यह चुनाव पिछले चुनाव जितना आसान नहीं है। बस स्टैंड पर टैक्सी ड्राइवर लक्की को लगता है कि ठाकुर को अब नहीं जिताना चाहिए। चार बार जीतने के बाद इलाके के लिए कुछ नहीं किया। न तो ऊना से हमीरपुर तक रेल आई। युवाओं के लिए नौकरियों नहीं हैं। लोहे के व्यापारी गौरव मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहते हैं कि सुक्खू ही सतपाल को जीत दिलाएंगे। उममुख्यमंत्री मुकेश को भी जुटना पड़ेगा।
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