पद्म भूषण से सम्मानित होने के बाद सुंदर पिचाई ने अपने ब्लॉग में कहा कि वह पद्म भूषण देने और उनकी मेजबानी करने के लिए भारतीय राजदूत संधू और को धन्यवाद देना चाहते हैं। इसके लिए वह भारत सरकार और भारत के लोगों के बहुत अभारी हैं और उनके प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं। अपने ब्लॉग में सुदंर पिचाई ने कहा कि भारत उनका एक हिस्सा है। वह जहां भी जाते हैं, इसे अपने साथ ले जाते हैं।
50 वर्षीय सुंदर पिचाई ने कहा कि तकनीकी परिवर्तन की तीव्र गति को देखने के लिए वर्षों में कई बार भारत लौटना आश्चर्यजनक रहा है। डिजिटल भुगतान से लेकर वॉयस टेक्नॉलोजी तक भारत में किए गए बदलाव दुनिया भर के लोगों को फायदा पहुंचा रहे हैं। मैं Google और भारत के बीच महान साझेदारी को जारी रखने की आशा करते हैं क्योंकि हम टेक्नॉलोजी के फायदों को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए मिलकर काम करते हैं।
अपने ब्लॉग में सुंदर पिचाई ने कहा कि वह सौभाग्यशाली हैं कि एक ऐसे परिवार में बड़े हुए, जिसने सीखा और ज्ञान को अर्जित किया। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ने यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत त्याग किया कि उन्हें (सुंदर पिचाई) अपनी रुचियों का पता लगाने के अवसर मिले। बताते चले कि सुंदर पिचाई भारत के मंदुरै के रहने वाले हैं। मंदुरै से वो गूगल के सीईओ तक का उनका सफर कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
पद्म भूषण से सम्मानित होने के बाद सुंदर पिचाई ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया की तारीफ की। उन्होंने कहा डिजिटल इंडिया को लेकर उनका नजरिया निश्चित रूप से उस प्रगति के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है और मुझे गर्व है कि Google ने दो परिवर्तनकारी दशकों में सरकारों, व्यवसायों और समुदायों के साथ साझेदारी करते हुए भारत में निवेश करना जारी रखा है।
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