157 जिलों में शुरू हुई प्रक्रिया
देश के 157 जिलों ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) पर ईएसआइसी लाभार्थियों को लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयुष्मान भारत के लाभार्थी भी ईएसआइसी के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं ले सकते हैं। इस बारे में बीमा क्षेत्र के एक प्रतिनिधि ने बताया कि इस कदम का मकसद ईएसआइसी के उन नेटवर्क अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का इस्तेमाल बढ़ाना है जहां लोगों के इलाज की अच्छी खासी गुंजाइश मौजूद है। 01 अप्रेल से विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के साथ जोडऩे के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीजीएचएस लाभार्थी आइडी को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (एबीएचए) आइडी के साथ जोडऩा अनिवार्य कर दिया है। देश में 75 शहरों के 44 लाख से अधिक लोग सीजीएचएस के दायरे में आते हैं।
देश के 157 जिलों ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) पर ईएसआइसी लाभार्थियों को लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयुष्मान भारत के लाभार्थी भी ईएसआइसी के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं ले सकते हैं। इस बारे में बीमा क्षेत्र के एक प्रतिनिधि ने बताया कि इस कदम का मकसद ईएसआइसी के उन नेटवर्क अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का इस्तेमाल बढ़ाना है जहां लोगों के इलाज की अच्छी खासी गुंजाइश मौजूद है। 01 अप्रेल से विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के साथ जोडऩे के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीजीएचएस लाभार्थी आइडी को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (एबीएचए) आइडी के साथ जोडऩा अनिवार्य कर दिया है। देश में 75 शहरों के 44 लाख से अधिक लोग सीजीएचएस के दायरे में आते हैं।