ज्यादा बारिश होने की उम्मीद
पिछले कुछ वर्षों से भारत में मॉनसून 1 जून के आसपास दक्षिणी राज्य केरल में दस्तक देता है। इसके बाद यह तेज गति के साथ उत्तरी राज्यों की ओर बढ़ता है और 15-20 जुलाई के आसपास पूरे देश में छा जाता है। तीन दिन पहले मानसून आने के कारण मौसम विभाग को उम्मीद है कि इस साल देश में सामान्य से ज्यादा मॉनसूनी बारिश होगी। बता दें कि आईएमडी ने 15 अप्रैल को अपने पूर्वानुमान में कहा था कि जून से सितंबर माह के बीच देश में ± 5% त्रुटि के साथ मॉनसूनी वर्षा करीब 106% रहने की उम्मीद है जो सामान्य से ऊपर की श्रेणी में आएगा। मौसम विभाग ने कहा है कि मई के अंतिम सप्ताह के दौरान फिर से एक पूर्वानुमान जारी किया जाएगा, जिसमें उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य भारत, दक्षिण प्रायद्वीप और पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून की स्थिति और पूर्वानुमान का जानकारी अपडेट की जाएगी।
पांच राज्यों में बारिश को लेकर अलर्ट
फ़िलहाल देश के कई राज्यों में बारिश के कारण मौसम सुहाना बना हुआ है। बिहार, झारखंड समेत कई प्रदेशों में बारिश हो रही है। इस बीच आईएमडी ने ताजा अलर्ट में बताया कि मौजूदा समय में कर्नाटक के आंतरिक भाग के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन और निचले क्षोभमंडल स्तर पर एक ट्रफ रेखा बनी हुई है, जो उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश तक जा रही है। इसकी कारण अगले 5 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं (40-60 किमी प्रति घंटे) के साथ मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, गुजरात और आसपास के क्षेत्र को लेकर मौसम विभाग ने कहा कि 14 मई (मंगलवार ) को आंधी चलने की संभावना है। इस दौरान कई इलाकों में बिजली कड़कने और 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। आईएमडी के मुताबिक इस दिन मध्य प्रदेश के कई इलाकों में ओलावृष्टि भी हो सकती है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, सिक्किम में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।