हर महीने मिलेगा पेंशन का लाभ
EPFO के तहत EPS एक महत्वपूर्ण योजना है, जो प्राइवेट संस्था में काम करने वाले कर्मचारियों को हर महीने पेंशन का लाभ प्रदान करती है। यदि आप किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं और आपका पीएफ (Provident Fund) कटता है, तो आपको इस योजना के तहत पेंशन मिल सकती है।EPS के प्रमुख बिंदु:
मिनिमम वेतन: EPS के तहत पेंशन के लिए आपका मासिक वेतन कम से कम ₹15,000 होना चाहिए। इसका मतलब है कि आपका वेतन 15,000 रुपये से अधिक होना चाहिए ताकि आप इस योजना के तहत पेंशन के हकदार बन सकें। सेवा की अवधि: अधिकतम पेंशन पाने के लिए 35 साल की सेवा आवश्यक है। यदि आप 35 साल तक नौकरी करते हैं, तो आपको अधिकतम पेंशन का लाभ मिलेगा। पेंशन की पात्रता: 58 वर्ष की उम्र के बाद आप पेंशन के हकदार हो जाते हैं। यानी कि 58 साल की उम्र पूरी करने के बाद ही आप नियमित पेंशन का लाभ उठा सकते हैं।
न्यूनतम सेवा: पेंशन पाने के लिए कम से कम 10 साल की नियमित नौकरी आवश्यक है। अगर आपकी नौकरी की अवधि 10 साल से कम है, तो आप पेंशन के हकदार नहीं होंगे। पेंशन की उम्र: आप 50 वर्ष की उम्र के बाद भी पेंशन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन पहले पेंशन लेने पर पेंशन की राशि घट जाती है। इस स्थिति में आपको पेंशन की राशि कम मिलेगी।
फॉर्म 10D: पेंशन प्राप्त करने के लिए फॉर्म 10D भरना आवश्यक है। यह फॉर्म आपके नियोक्ता के माध्यम से EPFO कार्यालय में जमा किया जाता है। परिवार को पेंशन: कर्मचारी की मृत्यु के बाद परिवार को पेंशन का लाभ मिलता है। इसमें पत्नी/पति और बच्चों को पेंशन का लाभ दिया जाता है।
यहां जानिए पूरा कैलकुलेशन
योग्यता: EPS के तहत पेंशन प्राप्त करने के लिए आपको कम से कम 10 साल की नौकरी पूरी करनी होगी और आपकी उम्र 58 साल होनी चाहिए। पेंशन की गणना: पेंशन की गणना आपके अंतिम 60 महीनों की औसत वेतन और सेवा के वर्षों के आधार पर की जाती है।फार्मूला:
पेंशन = औसत सैलरी × पेंशनेबल सेवा ÷ 70उदाहरण:
यदि आपकी औसत मासिक सैलरी 15,000 रुपए है और आपने 35 साल की सेवा की है, तो आपकी पेंशन होगी।115000×35÷70= 7500 रुपए प्रति महीना
अधिकतम और न्यूनतम पेंशन:
EPS के तहत अधिकतम पेंशन 7500 रुपए प्रति महीना और न्यूनतम पेंशन 1000 रुपए प्रति महीना है। यह भी पढ़ें
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