जीते हुए विधायकों को एक साथ एक ही जगह रखने की रणनीति बनाई गई है। दोनों पक्ष जीतने वाले विधायकों को तुरंत ‘सेफ हाउस’ पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर और चार्टेड विमान तैयार हैं। अपने विधायकों को एकजुट रखना कांग्रेस समेत अन्य दलों के लिए चुनौती होगी। नतीजों पर इंडिया ब्लॉक की एकता भी निर्भर करेगी। एग्जिट पोल से कांग्रेस समेत सभी दल सतर्क हो गए हैं। झारखंड में भी हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़ रहे इंडिया ब्लॉक की सत्ता भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए से कड़े मुकाबले में फंसी है। दोनों गठबंधन जनादेश को अपने पक्ष में बता रहे हैं।
पर्यवेक्षक तैनात, गहलोत मुंबई गए
कांग्रेस ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और डॉ जी परमेश्वर को महाराष्ट्र का पर्यवेक्षक बनाया गया है। सांसद तारिक अनवर, मल्लू भट्टी विक्रमार्क और कृष्णा अल्लावुरु को झारखंड के पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी दी है।
स्ट्राइक रेट अच्छी तो सब अच्छा
यदि महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना उद्धव और एनसीपी शरद ने अपने अपने हिस्से की सीटों पर जीत की स्ट्राइक रेट अच्छी रखी तो इंडिया ब्लॉक के लिए परेशानी नहीं होगी। सरकार बनाने में बेहतर तालमेल के साथ गठबंधन आगे बढ़ता दिखेगा। बहुमत से हुए दूर तो बिगडे़गी बात
इंडिया ब्लॉक के तीन में से किसी भी एक दल की जीत की स्ट्राइक रेट बिगड़ी और बहुमत नहीं मिला तो परेशानी खड़ी हो सकती है। हार का ठीकरा खराब स्ट्राइक रेट वाले दल पर फूटेगा। भाजपा को पार्टियों में तोड़फोड़ का मौका भी मिल सकता है।
सीएम पर महाराष्ट्र में बयानबाजी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि सरकार कांग्रेस की और सीएम हमारी पार्टी से ही होगा। इस बयान पर शिवसेना उद्धव के संजय राउत ने कहा कि हम नहीं मानेंगे। मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी को इस पर स्पष्ट करना चाहिए।