चुनाव आयोग ने क्या कहा
नोटिस जारी करते हुए चुनाव आयोग ने कहा, “राजनीतिक दलों को अपने उम्मीदवारों, विशेष रूप से स्टार प्रचारकों के आचरण के लिए प्राथमिक और बढ़ती जिम्मेदारी लेनी होगी। उच्च पदों पर बैठे लोगों के अभियान भाषण अधिक गंभीर परिणाम देने वाले होते हैं।” चुनाव आयोग ने दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 77 के तहत जवाब देने को कहा है।क्यों भेजा नोटिस?
एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में कहा था, “अगर कांग्रेस की सरकार आई तो लोगों की संपत्तियां लेकर ज्यादा बच्चे वालों और घुसपैठियों में बांट दी जाएगी। कांग्रेस के घोषणापत्र में लिखा है कि सरकार बनने पर मां-बहनों के गोल्ड का हिसाब करेंगे, उसकी जानकारी लेंगे और फिर बांट देंगे।” कांग्रेस ने पीएम मोदी की इस टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी और आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अपनी रैलियों में भाषा और शब्दों के इस्तेमाल को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। बीजेपी ने राहुल गांधी के खिलाफ अपने आरोप में कहा कि वो तमिलनाडु में भाषा के आधार पर लोगों के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी ने लिखित शिकायत में राहुल गांधी पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की थी।
बता दें कि देश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान 19 अप्रैल से शुरू हो चुके हैं। इसके बाद 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती 4 जून को होगी।