यहां से गिरफ्तार हुआ आरोपी
आरोपी को स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने कई राज्यों में छापेमारी के बाद आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार है। मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 465 (जालसाजी) और 469 (प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जालसाजी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66सी और 66ई भी लगाई गई है।
यह कानूनी कार्रवाई दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की एक शिकायत के बाद हुई, जिसने एक्ट्रेस से जुड़े ‘डीपफेक’ वीडियो पर स्वत: संज्ञान लिया था। डीसीडब्ल्यू की पूर्व प्रमुख स्वाति मालीवाल ने एक्स पर लिखा था, “हमारे नोटिस के बाद, दिल्ली पुलिस ने रश्मिका मंदाना फर्जी वीडियो मामले में एफआईआर दर्ज की है। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।”
क्या होता है डीपफेक
डीपफेक ऐसा तरीका होता है जिसमें आर्टीफिसियल इंटेलिजेंस (एआई) की सहायता लेकर किसी की समानता को दूसरे की समानत के साथ बदला जा सकता है। एक नजर में कोई भी इसे देखकर धोखा खा सकता है। रियल ओर फेक का पता लगाना काफी मुश्किल होता है। यही तरीका अभिनेत्री रश्मिक मंदाना डीपफेक वीडियो केस में भी अपनाया गया था। आरोपी ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट डालने वाली जारा पटेल के वीडियो में रश्मिका का चेहरा लगाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया था।