क्या सिसोदिया को था हार का हर
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जंगपुरा विधानसभा सीट (Jangpura Assembly Seat) से प्रत्याशी बनाया है। भले ही दिल्लीवासियों के लिए यह चौकाने वाली बात हो सकती है लेकिन पहले से ही संभावना जताई जा रही थी कि इस बार पार्टी मनीष सिसोदिया की सीट को बदल सकती है। अवध ओझा के आप में शामिल होने पर यह बात सामने आई थी की पार्टी उन्हें मनीष सिसोदिया की जगह पटपड़गंज से प्रत्याशी बना सकती है। दरअसल, पटपड़गंज विधानसभा सीट से 2020 के विधानसभा चुनाव में मनीष सिसोदिया को जीतने में काफी कठिनाई हुई। मनीष सिसोदिया महज 3 हजार कुछ वोटों से उस समय जीते थे। बीजेपी प्रत्याशी रविंद्र नेगी ने उन्हें 2020 के विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर दी थी। साथ ही बताया जा रहा है कि पार्टी के आंतरिक सर्वे के अनुसार पटपड़गंज से अच्छे फीडबैक नहीं मिले थे।
सिसोदिया के लिए पार्टी ने ढूंढी सेफ सीट
पार्टी के कुछ रणनीतिकारों के मुताबिक इस पार एंटी इनकेंबेंसी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आम आदमी पार्टी मनीष सिसोदिया के लिए एक सेफ सीट चाहती थी। क्योंकि केजरीवाल और सिसोदिया की जीत को ईमानदारी का सर्टिफिकेट से खुद पार्टी सुप्रीमो जोड़ चुके है। आम आदमी पार्टी जंगपुरा सीट को सेफ मानती है। इसलिए सोसोदिया को पटपड़गंज की जगह जंगपुरा से टिकट दिया है। 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी के प्रवीण कुमार ने यहां से शानदार जीत दर्ज की थी। प्रवीण कुमार को इस बार जनकपुरी सीट से प्रत्याशी बनाया गया है।