सीलमपुर से काटा टिकट
बता दें कि अब्दुल रहमान ने सीलमपुर से टिकट नहीं मिलने पर आप से इस्तीफा दिया है। सीलमपुर से रहमान की जगह जुबैर अहमद को प्रत्याशी बनाया गया है। इसके बाद रहमान ने पार्टी पर अल्पसंख्यकों के अधिकारों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की।
रहमान ने केजरीवाल को लिखी चिट्ठी
अब्दुल रहमान ने अपने इस्तीफे के संबंध में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है। उसमें लिखा कि ‘मैं अब्दुल रहमान, विधायक सीलमपुर विधानसभा, आज भारी मन से आम आदमी पार्टी की सदस्यता और पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय ले रहा हूं। यह निर्णय मेरे लिए आसान नहीं था लेकिन पार्टी के नेतृत्व और नीतियों में जिस तरह से मुसलमानों और अन्य वंचित समुदायों की उपेक्षा की गई है, उसके बाद ये मेरा नैतिक कर्तव्य बन गया है। AAP की स्थापना के समय मैंने इसे एक ऐसी पार्टी माना था, जो धर्म, जाति और समुदाय से ऊपर उठकर जनता की सेवा करेगी लेकिन बीते वर्षों में आप ने बार-बार यह साबित किया है कि वह केवल वोट बैंक की राजनीति करती है और जब किसी समुदाय के अधिकारों की रक्षा की बात आती है तो पार्टी चुप्पी साध लेती है।
2020 में 36920 वोटों से जीत की थी दर्ज
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में सीलमपुर विधानसभा सीट से आप के टिकट पर अब्दुल रहमान ने 36920 मतों से जीत हासिल की थी। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी कौशल कुमार मिश्रा को हराया था। कौशल को 35774 मत मिले थे जबकि रहमान को 72694 वोट मिले थे। बताया जा रहा है कि जब से जुबैर अहमद आप में शामिल हुए है तब से रहमान आप से नाराज चल रहे थे। इसके बाद संभावना जताई जा रही थी अब्दुल रहमान कांग्रेस में शामिल हो सकते है।