सीजेआई ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से स्टेट्स रिपोर्ट मांगा
गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से शुक्रवार की दोपहर तक स्टेट्स रिपोर्ट भेजने को कहा है। हालांकि महिला जज द्वारा लिखे गए खुले पत्र का इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी संज्ञान ले लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने 13 दिसंबर को इस मामले में दायर की गई याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि अंदरूनी कमेटी इस मामले के बारे में पड़ताल कर रही है तो इसमें दखलअंदाजी करने का कोई मतलब नहीं नजर आता है।
महिला जज ने क्या लगाया आरोप?
बांदा की महिला जज ने सुूप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ को लिखे पत्र में इच्छामृत्यु की मांग की है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि बाराबंकी में तैनाती के दौरान जिला न्यायाधीश ने उनका यौन उत्पीड़न किया। महिला जज का आरोप है कि बाराबंकी में तैनाती के दौरान जिला जज उन्हें रात में मिलने को बुलाते थे और उनका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करते थै। महिला जज ने पत्र में यह भी लिखा है कि उन्होंने इस बारे में कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई और अब तंग होकर उसने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है।
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