बैठक में हुआ फैसला…
सूत्रों के अनुसार प्रशासन व पुरातत्व विभाग की एक बैठक में ‘ट्री मैप’ तैयार करने का फैसला लिया गया है। नगर निगम, व इंजीनियरिंग विभाग से कहा गया है कि विचार-विमर्श के लिए अगली बैठक में मसौदा ट्री मैप प्रस्तुत करें।पेड़ों की सेहत के लिए
विशेषज्ञों के अनुसार ट्री मैप से पेड़ों की उम्र, उनके वैज्ञानिक प्रबंधन, जोखिम व उपयुक्त पेड़ प्रजातियों के साथ प्रतिस्थापन के उपाय करने में सुविधा होगी। चंडीगढ़ में पहले मृदा संरक्षण कार्यों के लिए अधिग्रहित 25.98 वर्ग किमी पहाड़ी क्षेत्र अब ‘सुखना वन्यजीव अभयारण्य’ घोषित किया जा चुका है। प्रदेश में 47.56 वर्ग किमी क्षेत्र वन क्षेत्र और 10 वर्ग किमी वृक्ष क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह भी पढ़ें
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