छठे कॉरिडोर को मंजूरी मिलना बाकी
दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण में छह गलियारे होंगे। आखिरी छठे कॉरिडोर को मंजूरी मिलना बाकी है। छठा गलियारा रिठाला (दिल्ली में) से हरियाणा में कुंडली तक लाल रेखा का विस्तार करेगा। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) प्रस्तुत कर दी गई है। मंजूरी अंतिम चरण में है। अधिकारी ने कहा कि इसकी घोषणा केंद्रीय बजट में की जा सकती है।
बजट में होगी ये घोषणा
अंतिम छठा गलियारा मंजूरी के लिए लंबित है। माना जा रहा है कि इसकी आगामी केंद्रीय बजट में घोषणा हो सकती है। इस परियोजना पर जल्द ही केंद्रीय वित्त मंत्रालय के तहत सार्वजनिक निवेश बोर्ड (पीआईबी) द्वारा चर्चा की जाएगी। पीआईबी का नेतृत्व व्यय सचिव टीवी सोमनाथन करते हैं। पीआईबी 500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का मूल्यांकन किया है।
7,500 करोड़ की लागत से तैयार होगा रिठाला-कुंडली कॉरिडोर
पीआईबी की मंजूरी के बाद प्रस्ताव पीएमओ की मंजूरी के लिए और फिर केंद्रीय कैबिनेट के पास मंजूरी के लिए जाएगा। नए गलियारे पर काम अप्रैल से शुरू होने की संभावना है और इसे पूरा होने में चार साल लगेंगे। रिठाला-कुंडली कॉरिडोर की परियोजना लागत 7,500 करोड़ रुपए होने की उम्मीद है। यह परियोजना चार साल की अवधि में पूरी होने की संभावना है।