डीआईजी और प्रवक्ता ए.के. आर्य ने क्या बताया
BSF, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआईजी और प्रवक्ता ए.के. आर्य ने बताया,”ऐसे में जवानों ने भी आत्मरक्षा में फायरिंग की। इसके बाद तस्कर भारतीय क्षेत्र में वापस भाग गए। मामले की जानकारी होने पर चांदनी चौक सीमा चौकी के कंपनी कमांडर अतिरिक्त बलों के साथ मौके पर पहुंचे और घने जंगल में एक व्यक्ति को घायल अवस्था में पाया। वहां धारदार हथियार पड़े मिले। उसे मुर्शिदाबाद के मेहसैल के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।” बता दें की ऋषिपारा गांव अंतरराष्ट्रीय सीमा से बांग्लादेश के अंदर 4.5 किलोमीटर दूर है।
पहले भी हुए हैं इसी तरह के हमले
BSF के अनुसार, अब्दुल्ला बीड़ी पत्तों की तस्करी करने के प्रयास में भारत में प्रवेश करने के लिए बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) का सुरक्षा घेरा पार कर भारत आया था। आर्य के अनुसार, मुर्शिदाबाद, नदिया और उत्तर 24-परगना जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ जवानों पर इसी तरह के हमले पहले भी हुए हैं। सतर्क बीएसएफ जवानों की प्रशंसा करते हुए आर्य ने कहा, “बांग्लादेशी अपराधियों द्वारा जारी हमलों और घुसपैठ के बारे में बीजीबी को कई बार सचेत किया गया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में तस्करों और अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। लेकिन हमारे जवान हमारी सीमाओं की रक्षा करने और देश सुरक्षा सुनिश्चित को प्रतिबद्ध हैं।”