पीएम मोदी के खिलाफ क्यों
परषोत्तम रूपाला ने क्षत्रिय समुदाय से कहा, ‘आप अपने राष्ट्र के योगदान को याद करें, बीजेपी के विकास में भी आपका बड़ा योगदान याद रहा है। 18 घंटे काम कर करने वाले पीएम मोदी जब देश के अलावा कुछ ना सोच रहे हों, 140 करोड़ लोगों को अपना परिवार समझते हों, पीएम मोदी की विकास यात्रा में अनेक क्षत्रिय साथ रहे हैं, तो उनका विरोध मेरी वजह से क्यों? मेरी गलती मैं स्वीकार करता हूं। लेकिन पीएम मोदी के खिलाफ क्षत्रिय समुदाय को खड़ा कर देना मुझे सही नहीं लगता। पीएम के खिलाफ दर्शाए जा रहे आक्रोश को लेकर एक बार और सोचें।’
नाराजगी बरकरार
लोकसभा चुनाव के पहले चरण से पहले कई राज्यों में क्षत्रिय समुदाय ने जमकर विरोश प्रदर्शन किया था और अपने लोगों से बीजेपी के खिलाफ वोट देने की अपील की थी। इसके बाद बीजेपी के बड़े नेताओं ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की लेकिन फिर भी गुजरात, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में क्षत्रिय समुदाय में गुस्सा कम होता नहीं दिख रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में इन राज्यों में भाजपा के खिलाफ समुदाय की ओर से नियमित विरोध प्रदर्शन देखा गया है. बताया जाता है कि भाजपा का कोर वोट बैंक राजपूत पहले दो चरण में मतदान केंद्रों से दूर रहे। बता दें कि क्षत्रिय समुदाय के लगातार विरोध के बाद भी परषोत्तम रूपाला ने अपना नामांकन वापिस नहीं लिया। उसके बाद से गुजरात में क्षत्रिय समुदाय धर्म रथ निकालकर, भगवे झंडे के साथ बीजेपी के सभी उम्मीदवारों का विरोध कर रहा है।
रूपाला से नाराजगी की वजह
बीजेपी नेता परषत्तम रूपाला पाटीदार समुदाय से आते हैं। सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्हें कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया, ‘अंग्रेजों ने हम पर राज किया। उन्होंने हमें सताने में कोई कसर नहीं छोड़ी। राजा भी झुक गये। राजाओं ने उनके अंग्रेजों साथ रोटियां तोड़ीं और अपनी बेटियों की शादी उनसे की। लेकिन हमारे दलित समुदाय ने न तो अपना धर्म बदला और न ही अंग्रेजों के साथ दोस्ताना संबंध स्थापित किए, जबकि उन पर सबसे अधिक अत्याचार हुआ।’ इसी बयान से क्षत्रिय समुदाय नाराज है।