पूर्व मुख्यमंत्री पर जमीन घोटाले से जुड़े एक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है। इसी सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें लोकसभा चुनाव से बहुत पहले 31 जनवरी को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। आज उन्हें झारखंड उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई है। हालांकि इसी केस के राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप और फर्जी दस्तावेज तैयार करने के मास्टरमाइंड मो. सद्दाम, झामुमो नेता अंतु तिर्की, रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के कर्मचारी तापस घोष, संजीत कुमार एवं अन्य आरोपी जेल में ही रहेंगे।