समाज के लिए HIV का काम करता है सनातन धर्म
ए राजा ने सनातन धर्म विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उदयनिधि ने जो भी बोला है, वो काफी कम है। उन्होंने सिर्फ मलेरिया और डेंगू कहा है, लेकिन ये ऐसी बीमारी नहीं हैं जिन्हें समाज में घिनौना कहा जाता है।अगर आपको सनातन को परिभाषित करना है तो आप एचआईवी को देखिए, समाज के लिए सनातन ऐसा ही काम करता है।
उन्होंने आगे कहा, “अगर प्रधानमंत्री बैठक बुलाएं और मुझे अनुमति दें तो मैं सभी कैबिनेट मंत्रियों को जवाब देने के लिए तैयार हूं। मैं समझाऊंगा कि ‘सनातन धर्म’ कौन सा है, उसके बाद आप निर्णय करें…”
ए राजा ने आगे कहा पीएम को भी सनातन धर्म का पालन करना चाहिए और विदेशी दौरों पर नहीं जाना चाहिए। दिल्ली में एक करोड़ लोगों को बुलाएं, शंकराचार्य को भी बैठाएं और अपने सभी हथियारों को छोड़ दें।
भाजपा ने किया पलटवार
डीएमके सांसद के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्विटर पर लिखा, “ उदयनिधि स्टालिन के बाद, अब डीएमके के ए राजा हैं, जो सनातन धर्म को बदनाम कर रहे हैं… यह और कुछ नहीं बल्कि शुद्ध घृणास्पद भाषण है, जो भारत की 80% आबादी को निशाना बनाता है, जो सनातन धर्म का पालन करते हैं।
यह कांग्रेस के नेतृत्व वाले I.N.D.I गठबंधन का असली चरित्र है, जो सोचते हैं कि हिंदुओं को अपमानित करना ही चुनाव जीतने का एकमात्र तरीका है। क्या मुंबई मीटिंग में ये तय हुआ था?”
उदयनिधि ने दिया था ये बयान
बता दें कि कुछ दिन पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया से की थी, उन्होंने अपने बयान में आगे कहा था कि सनातन धर्म को जड़ से खत्म कर देना चाहिए।