हिरासत में लिए गए सभी लोगों को पुलिस को सौंप दिया गया और रविवार को अदालत में पेश किया गया। दो महीने से भी कम समय में त्रिपुरा में 54 बंगलादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया और ये सभी अवैध मार्गों से भारत में घुसे थे और देश के अन्य हिस्सों में नौकरी की तलाश में निकलने वाले थे। त्रिपुरा पुलिस ने भारत-बंग्लादेश सीमा पर 95 प्रतिशत तार बाड़ लगाने और कड़ी सुरक्षा निगरानी के बावजूद बंगलादेश से लगातार घुसपैठ के लिए सीमा सुरक्षा बल (BSF) को जिम्मेदार ठहराया है।