पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ये भी जानकारी दी कि राज्य की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए पूरे पंजाब में करीब 2,000 अतिरिक्त अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया जाएगा। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, “नियमित रूप से ऐसी सूचना मिली है कि कुछ शरारती तत्व पंजाब में परेशानी पैदा करने कर पूरे प्रयास कर रहे हैं। इसलिए मैंने गृह मंत्री से राज्य की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बलों को मंजूरी देने का अनुरोध किया है।”
उन्होंने आगे जानकारी दी कि अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियां पहले ही पंजाब पहुंच चुकी हैं, जबकि अन्य 10 कंपनियों को केंद्रीय गृह मंत्रालय जल्द ही मंजूरी देगा। अर्धसैनिक बलों की एक कंपनी में करीब 100 जवान होते हैं।
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सीमापार के खतरों से गृह मंत्री को कराया अवगतमुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने ड्रोन के जरिए सीमा पार से हथियारों की आपूर्ति के बारे में गृह मंत्री को जानकारी दी है। इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी गई है।
वहीं, गृह मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। केंद्र सरकार पंजाब सरकार को हर संभव मदद मुहैया कराएगी।
बता दें कि 9 मई को मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। मास्टरमाइंड की पहचान लखबीर सिंह उर्फ लांडा के रूप में की गई है, जिसने हमले को अंजाम देने के लिए लॉजिस्टिक के लिए आरपीजी, एके -47 और अपराधियों का स्थानीय नेटवर्क मुहैया कराया था।
लखबीर सिंह 2017 में कनाडा भाग गया था। इस लखबीर सिंह पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा का करीबी सहयोगी है।