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Congress Leader Murder Case: विक्रम बैस के 9 हत्यारे गिरफ्तार, पुलिस ने 6 जिलों में नाकाबंदी कर मारा छापा
पुलिस ने बताया कि मनीष की पतासाजी की जा रही है। वह जल्द ही गिरफ्त में होगा। पुलिस के मुताबिक इस हत्याकांड को अंजाम देने की साजिश जगदलपुर सेंट्रल जेल में रची गई थी। इसे अंजाम देने के लिए मुख्य आरोपी मनीष व कॉन्ट्रैक्ट किलर के बीच भिलाई में बैठक हुई थी। हत्यारों ने पहले इस हत्याकांड को नक्सली घटना का जामा पहनाने योजना बनाई थी। मनीष राठौर अपने साथियों से नक्सली पर्चा एवं बैनर लिखवाकर धमकी देने का काम भी करता था। हत्याकांड से पहले आरोपियों ने 3 लाख रुपए खर्च कर बिहार से पिस्टल खरीदी थी। हत्या की घटना से ही यह खुलासा होने लगा था कि यह नक्सल वारदात नहीं है।Vikram Bais Murder Case: शुरुआती जांच में मुख्य आरोपी की पहचान
पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान शुरुआती दौर में ही मुख्य आरोपी की पहचान हो गई थी। अन्य आरोपियों तक पहुंचने पुलिस ने मुख्य आरोपी का नाम छिपाए रखा था। बिलासपुर पुलिस ने बुधवार को जब दो आरोपियों को धर दबोचा तब मनीष मौके से फरार हो गया। अन्य आरोपियों को जिला मुख्यालय लाकर पुलिस ने पूछताछ की। पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं।Congress Leader Murder Case: जगदलपुर जेल में रची हत्या की साजिश
गिरफ्त में आए पांच आरोपियों ने बताया कि मनीष राठौर जगदलपुर जेल बंद था। इसी दौरान उसकी मुलाकात सजा काट रहे विश्वजीत नाग से हुई थी। मनीष ने विश्वजीत के साथ मिलकर हत्याकांड की योजना बनाई। जेल से बाहर निकलने के बाद उनकी मुलाकात नारायणपुर में हुई। विश्वजीत नाग 2 माह से मनीष के बंगला पारा स्थित गोदाम में छिपकर रह रहा था। इस दौरान विश्वजीत मनीष के कहने पर नक्सली पर्चा लिखने सहित इसको फेंकने का कार्य करता था। विश्वजीत ने मनीष की मुलाकात भिलाई के सैमुअल रत्नम से करवाई थी। भिलाई में हत्याकांड की योजना बनाने के बाद हथियार सहित कॉन्ट्रैक्ट किलर को 3 दिन पहले नारायणपुर लाया गया था। दो दिनों तक विक्रम की गतिविधि की रेकी की थी। इस रेकी के बाद कॉन्ट्रैक्ट किलर ने 13 अप्रैल की रात विक्रम बैस की हत्या कर दी।
Congress Leader Shot Dead : दृष्यम फ़िल्म की तरह लॉज में करता था चेकइन
हत्याकांड के साजिशकर्ता ने पुलिस को गुमराह करने के लिए दृष्यम फिल्म की तरह कहानी रची थी। इसमें मुख्य आरोपी ने पहले भाजपा नेता एवं परिवहन संघ पदाधिकारी के नाम से नक्सली बैनर एवं पर्चा लिखकर विश्वजीत को धमकाया था। इसके साथ ही मुख्य आरोपी हत्याकाण्ड के दिन बिलासपुर निकल गया था। जहां पर होटल में रुककर चेक इन एव चेक आउट पंजी दर्ज करता था। इसके साथ ही मुख्य आरोपी ने अपने सभी मोबाइल चालू रखे थे। इससे पुलिस का किसी प्रकार से कोई शक न हो सके। पुलिस ने मनीष राठौर के मोबाइल नम्बर का 3 माह डाटा निकाला। जिसमें 30 हजार नम्बरों की जांच की गई। यह भी पढ़ें
कांग्रेस नेता पर ताबड़तोड़ फायरिंग, सिर और पेट में गोली लगने से मौत… इलाके में दहशत
Narayanpur Congress Leader Shot Dead : अब तक यह गिरफ्तार
पुलिस ने विश्वजीत नाग, संदीप यादव, राजीव रंजन यति, आर सैमुआल, जसप्रीत सिंह , विवेक अधिकारी को गिरफ्तार किया है। हत्या में उपयोग किए पिस्टल को बरामद कर लिया गया है। घटना के वक्त विक्रम बैस को अकेला पाकर आरोपी संजू यादव और विश्वजीत नाग ने उस पर गंडासे से वार किया। इसके बाद पिस्टल से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना मे प्रयुक्त पिस्टल को मनीष राठौर के गोदाम में छुपा दिया था।Chhattisgarh Congress Leader Murder Case: जुआ,शराब व परिवहन मुख्य वजह
नारायणपुर जिला नक्सल प्रभाव से मुक्त होने के करीब है। इधर माइंस में परिवहन का ठेका, अवैध शराब व जुआ जैसे अपराधों का गढ़ बनता जा रहा है। इस घटना के पीछे भी इन्हीं ठेकों को कब्जाने व अपराध के कारोबार में बड़ी हिसेदारी हासिल करना वजह बन गया था। छिटपुट वारदात होने व पुलिस के तवज्जो नहीं देने से यह आपसी रंजिश में बदल गया। इसकी परि णिति हत्या की वजह बनी।CG Congress Leader Murder Case: आखिर क्या हुआ उस रात
कांग्रेस नेता विक्रम बैस पर अज्ञात बदमाशों ने जमकर फायरिंग कर दी। रात में विक्रम बैस बखरुपारा के अपने फॉर्म हाउस में था। जब वह घर से बाहर नाइके तो कुछ हमलावरों ने मौक़ा देखते ही उन फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुए हमले में नेता के सिर और पेट पर गोली लग गई। गोली लगने से कांग्रेस नेता नीचे जमीन पर गिर गए। गोली की आवाज सुनते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकले, लेकिन हमलवारों ने इतनी ताबड़तोड़ फायरिंग की थी कि विक्रम बैस की मौके पर ही मौत हो गई। खून से लथपथ कांग्रेसी नेता को देख लोगों में हड़कंप मच गया। वहीं हमलावर लोगों को देखते ही फरार होए गए। इसके बाद लोगों ने तुरंत पुलिस को हमले की जानकारी दी, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर घटनास्थल पहुंची। पुलिस ने मृतक नेता का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और मामले में कार्रवाई शुरू दी है। हादसे से इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।
हमलवार बाइक पर सवार होकर आए थे। इस दौरान कांग्रेसी नेता विक्रम बैस अपने फॉर्म हाउस के बाहर टहल रहे थे तभी बदमाशों ने हमला कर दिया। गोलीबारी के इस सनसनीखेज वारदात में कांग्रेसी नेता को तीन गोलियां लगी जिससे नेता की मौके पर ही मौत हो गई। गोलीबारी की वारदात को लेकर पूरे राज्य की पुलिस अलर्ट हो गई थी। नारायणपुर में कांग्रेस के नेता विक्रम बैस की हत्या से बाकी शहर की पुलिस भी लैर्ट मोड में आ गई थी।