दस रुपए सैकड़े की दर से दिया था उधार मेहरदीन मोटे ब्याज पर उधारी का धंधा करता है। पीडि़ता को अपने पति के इलाज के लिए पैसे की जरुरत पड़ी तो उसने मेहदीन से सम्पर्क किया। उसने दस रुपए सैकड़े की दर से उसे दस हजार रुपए दिए। पीडि़ता ने पांच हजार लौटा भी दिए। एक दिन मेहरदीन उसके घर आया, इस दौरान उसका पति बाहर गया हुआ था। मेहरदीन ने डरा-धमकाकर बलात्कार किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वो डिप्रेशन में आ गई और बीमार रहने लगी, इस बीच मेहरदीन फिर उसके पास आया और उसकी बीमारी सही कराने का झांसा देकर जोधपुर ले गया जहां डॉक्टर नहीं होने का कहकर उसे एक होटल में रुकवाया। यहां उसे नशीला पदार्थ पिलाकर उससे बलात्कार किया और अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद वो आए दिन वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसका देह शोषण करता रहा। बार-बार उसकी धमकी से तंग आकर जिस दिन उसने जाने से मना किया तो मेहरदीन ने उसका वीडियो वायरल कर दिया। मोटे ब्याज के नाम पर शहर में कुछ लोग सक्रिय हैं और इनकी शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
बेटे-बहुओं के खिलाफ पीडि़ता पहुंची थाने
-सोने-चांदी के आभूषण समेत फर्जी दस्तावेज से पोल हड़पने का मामला दर्ज कराया नागौर. एक बुजुर्ग महिला ने अपने दो पुत्र पर सम्पत्ति हड़पने का मामला कोतवाली थाने में दर्ज कराया है। मामले की जांच कोतवाली एसआई महेंद्र सिंह पालावत को सौंपी गई है। ताऊसर रोड निवासी प्रेमा देवी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उसके पति का करीब पांच साल पूर्व निधन हो गया। उसके दोनों बेटे हुक्मीचंद और हंसराज ने अपनी पत्नी के साथ उसे धोखे में रखकर कूटरचित दस्तावेज बना लिए और पेंशन राशि के खाते में साझेदार बन गए। यही नहीं सोने-चांदी के साथ मेरे स्वामित्व की पोल को खुद के नाम करवा लिया। यहां तक कि उसे मारपीट कर प्रताडि़त किया जा रहा है। ऐसे में उसे न्याय दिलाया जाए।
-सोने-चांदी के आभूषण समेत फर्जी दस्तावेज से पोल हड़पने का मामला दर्ज कराया नागौर. एक बुजुर्ग महिला ने अपने दो पुत्र पर सम्पत्ति हड़पने का मामला कोतवाली थाने में दर्ज कराया है। मामले की जांच कोतवाली एसआई महेंद्र सिंह पालावत को सौंपी गई है। ताऊसर रोड निवासी प्रेमा देवी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उसके पति का करीब पांच साल पूर्व निधन हो गया। उसके दोनों बेटे हुक्मीचंद और हंसराज ने अपनी पत्नी के साथ उसे धोखे में रखकर कूटरचित दस्तावेज बना लिए और पेंशन राशि के खाते में साझेदार बन गए। यही नहीं सोने-चांदी के साथ मेरे स्वामित्व की पोल को खुद के नाम करवा लिया। यहां तक कि उसे मारपीट कर प्रताडि़त किया जा रहा है। ऐसे में उसे न्याय दिलाया जाए।