सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने ठेकेदार को बड़ी कार्रवाई से बचने के लिए समय रहते निर्माण कार्य सही करने के लिए कहा है, लेकिन ठेकेदार काम रोककर बैठा है। उधर, सांसद बेनीवाल का कहना है कि काम सही नहीं हुआ तो सीबीआई को भी लिखेंगे।
डिवाइडर भी जगह-जगह टूट चुका फोरलेन सडक़ के बीच बनाए गए डिवाइडर की गुणवत्ता इतनी खराब है कि पूरा होने से पहले ही जगह-जगह से टूट चुका है। डिवाइडर बनाने के बाद ठीक से तराई भी नहीं की गई। इसके साथ सडक़ के दोनों तरफ डेढ़ मीटर की पटरी बनानी है, लेकिन ठेकेदार ने खुदाई करके काम बीच में छोड़ दिया, जिसके कारण दुर्घटना की स्थिति बन रही है।
होगा पानी का भराव फोरलेन की बीच बनाए गए डिवाइडर में पानी निकासी के लिए जगह नहीं रखने के कारण बारिश के दिनों में सडक़ पर पानी का भराव होगा। हवाई पट्टी रोड से आगे मोड़ में एक तरफ की सडक़ नीची होने से शुक्रवार रात को हुई हल्की बारिश का पानी भर गया, जो शनिवार सुबह तक पड़ा रहा। बारिश के दिनों में अधिक पानी का भराव होने से कुछ ही दिन में सडक़ टूट जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि सडक़ की ऊंचाई भी नहीं बढ़ाई, जिसके कारण सडक़ पर पानी भरेगा।
फोरलेन में पत्रिका ने निभाई थी महत्वपूर्ण भूमिका गौरतलब है कि 24 दिसम्बर 2020 को केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राजस्थान में सडक़ों का लोकार्पण करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग-89 नया एनएच-62 के नागौर-बीकानेर सेक्शन के किलोमीटर 166 से 172/200 तक (कृषि मंडी तिराहे से गोगेलाव तक) 6.2 किलोमीटर की सडक़ को फोरलेन बनाने की घोषणा की थी। घोषणा करने के 9 माह बाद यानी सितम्बर 2021 तक इसकी वित्तीय स्वीकृति जारी नहीं होने पर राजस्थान पत्रिका ने 17 सितम्बर 2021 को ‘9 माह बाद भी गर्भ में फोरलेन सडक़’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर अभियान की शुरुआत की और सिलसिलेवार समाचार प्रकाशित कर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित किया। पत्रिका में प्रकाशित समाचारों के बाद सांसद बेनीवाल ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बात कर नागौर में फोरलेन बनाने की मांग मजबूती रखी, जिसके बाद दुबारा प्रस्ताव मंगवाकर एनएच ने करीब 18 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया था।
ठेकेदार को पाबंद किया है कृषि मंडी तिराहे से गोगेलाव तिराहे तक बन रही फोरलेन सडक़ में जगह-जगह रखे गए एंडूलेशन को ठीक करने के लिए ठेकेदार को पाबंद किया है, लेकिन वो आनाकानी कर रहा है। जल्द ही काम सही नहीं किया तो कार्रवाई करेंगे।
– दीपक परिहार, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी एनएच, नागौर लीपापोती बर्दाश्त नहीं होगी नागौर शहर के सौंदर्यकरण को ध्यान में रखते हुए काफी प्रयास करके केन्द्र सरकार से 6.2 किमी के फोरलेन सडक़ की स्वीकृति दिलाई थी, लेकिन अधिकारियों व ठेकेदार ने सडक़ निर्माण में लीपापोती कर दी, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ठेकेदार ने समतलीकरण करने की बजाए सीधे ही डामर बिछा दिया, जबकि पहले के डामर को हटाकर काम करना था। इसको लेकर मैंने मंत्री व उच्च अधिकारियों को शिकायत की, जिस पर जांच टीमें आ चुकी हैं और एक-दो दिन में एक टीम और आएगी। सडक़ में जगह-जगह जो एंडूलेशन रखे गए हैं, उन्हें ठीक कराएंगे। इसके अलावा शहर व जिले में जो सडक़ेंकेन्द्र सरकार के बजट से बन रही हैं, उनकी भी जांच करवाएंगे।
– हनुमान बेनीवाल, सांसद, नागौर