आपको बता दें कि बागी नामांकन भरने से पहले यूनुस खान ने सभा में समर्थकों से कहा था कि पिछली बार पार्टी नेताओं ने टोंक भेजा तो चला गया, लेकिन हारने के बाद मुझे लगातार नजर अंदाज किया जा रहा है। मैं 25 साल से पार्टी की सेवा कर रहा हूं। पार्टी ने अब मुझे टिकट नहीं दिया है। न ही कोई जिम्मेदारी सौंपी गई है। ऐसे में भाजपा छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय किया है।
वहीं अब तक मिले रुझानों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, मंत्री शांति कुमार धारीवाल एवं प्रमोद जैन भाया, विश्वेन्द्र सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनियां, भाजपा की दिया कुमारी, निर्दलीय प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री यूनुस खान और निर्दलीय रविन्द्र सिंह भाटी आगे चल रहे हैं, जबकि विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, पूर्व केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी से पीछे चल रहे हैं। इसी तरह राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी एवं मंत्री सुभाष गर्ग आगे चल रहे हैं।