नागौर

बासनी सरपंच उपचुनाव में क्यों हारी पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान की पुत्री, पढि़ए पूरी खबर

चांद बीबी भारी मतों के अंतर से बासनी सरपंच निर्वाचित- बासनी सरपंच उपचुनाव : विधायक की पुत्री व पूर्व सरपंच की पुत्रवधु को कुल 3 हजार वोट भी नहीं मिले- चांद बीबी ने 6656 वोट लेकर एकतरफा जीत हासिल की- वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में हारने के बाद सरपंच चुनाव में अपनी बेटी को जीत नहीं दिला पाए पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान

नागौरJul 26, 2021 / 03:52 pm

shyam choudhary

Chand Bibi elected Basni Sarpanch by a huge margin of votes

नागौर/बासनी. जिला मुख्यालय के निकटवर्ती बासनी ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए रविवार को हुए उपचुनाव में पूर्व उप जिला प्रमुख चांद बीबी ने 4696 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज कर सरपंच पद पर कब्जा जमाया है। चांद बीबी के सामने भाग्य आजमाने वाली पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान की पुत्री शाहीन एवं वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में नागौर विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे पूर्व सरपंच शौकत अली की पुत्रवधू शबनम बानो को कुल तीन हजार वोट नहीं मिले। रात करीब पौने 9 बजे चुनाव परिणाम जारी कर निर्वाचित प्रत्याशी चांद बीबी को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। चुनाव परिणाम जारी होने के बाद चांद बीबी के समर्थकों ने आतिशबाजी कर खुशी जाहिर की।
नागौर उपखंड अधिकारी अमित कुमार चौधरी ने बताया कि बासनी सरपंच के उपचुनाव में कुल 20 हजार 767 मतदाताओं में से 9590 मतदाताओं ने अपने वोट का दिया, जिसमें विजेता रही चांद बीबी को 6656 वोट मिले, जबकि शाहीन को 1960 व शबनम बानो को मात्र 906 वोट मिले। चांद बीबी की जीत का अंतर 4696 वोट का रहा। इससे पहले रविवार सुबह साढ़े 7 बजे शुरू हुआ मतदान शाम साढ़े 5 बजे तक शांतिपूर्वक रूप से चला।
मतदाताओं में नहीं दिखा उत्साह
20 हजार से अधिक मतदाताओं वाली जिले की बड़ी ग्राम पंचायतों में शामिल बासनी में सरपंच के लिए हुए उपचुनाव में रविवार को मतदाताओं ने उत्साह नहीं दिखाया। विधानसभा व लोकसभा के चुनाव में 60 प्रतिशत से अधिक मतदान करने वाले मतदाताओं ने तीन प्रत्याशी मैदान में होने के बावजूद 46.38 प्रतिशत मतदान किया। मतदान को लेकर मतदाताओं में दिखी उदासीनता हर किसी के लिए अचरज वाली बात रही, जबकि निर्वाचन विभाग ने बासनी में 27 मतदान केन्द्र बनाए थे।
पूर्व विधायक नहीं बचा पाए प्रतिष्ठा
टिकट नहीं मिलने पर भाजपा छोडकऱ कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में हार गए थे। इसके बाद गत वर्ष व इस वर्ष जनवरी में हुए पंचायत चुनाव व निकाय चुनाव में टिकट वितरण को लेकर पूर्व विधायक पर काफी आरोप लगे थे। विधानसभा चुनाव में बासनी से एकतरफा वोट लेने वाले पूर्व विधायक ने इस बार सरपंच के उपचुनाव में अपनी बेटी को उतारा, लेकिन जीत नहीं दिला पाए। शाहीन को पूरे दो हजार वोट भी नहीं मिले। बासनी के लोगों का कहना है कि पूर्व विधायक लॉकडाउन के दौरान गांव के लोगों के काम आने की बजाए मुम्बई जाकर बैठ गए। गौरतलब है कि हबीबुर्रहमान पांच बार विधायक व एक बार मंत्री रह चुके हैं।
एसपी-कलक्टर ने किया निरीक्षण
बासनी सरपंच के उप चुनाव को लेकर जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी व एसपी अभिजीतसिंह ने बासनी के मतदान केन्द्रों का निरीक्षण के व्यवस्थाएं जांची तथा मौके पर उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मतदाताओं से मतदान के लिए आवश्यक फोटोयुक्त दस्तावेज जैसे आधार कार्ड व वोटर आईडी कार्ड साथ लाने की भी जानकारी ली। उन्होंने केन्द्र में उपस्थित पुलिस अधिकारियों से मतदान बूथ में मतदाताओं को कोरोना गाइडलाइन की पालना के लिए निर्धारित दूरी पर खड़े होने का भी निर्देश दिया। उन्होंने मतदान केंद्र में मैदान परिसर में बिना मास्क लगाए हुए मतदाताओं को भी बाहर जाने का निर्देश दिया। उन्होंने मतदान अधिकारियों से मतदान करने वाले मतदाताओं की अंगुली पर अमिट स्याही का निशान गहरा लगाने तथा अंगुली पर पूरा कवर करने का निर्देश दिया।
तैनात रहा पुलिस जाब्ता
20 हजार से अधिक मतदाताओं वाली बासनी ग्राम पंचायत में सरपंच के उप चुनाव फर्जीवाड़े को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने बड़ी संख्या में जाब्ता तैनात किया है। सुबह करीब साढ़े 11 बज पुलिसकर्मियों ने पांच युवतियों व एक युवक को फर्जी मतदान करने जाते समय पकड़ लिया। जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मतदाताओं के वाहन 200 मीटर की दूरी पर लगाए गए नाकों पर रुकवाए गए तथा मतदान प्रक्रिया को सुचारु बनाए रखने के लिए अनावश्यक वाहनों को नाके पर ही दूसरे रूट से निकालने की व्यवस्था की गई।

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