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नागौर

भागवत आंतरिक मन से भक्त को भगवान से जोडऩे का माध्यम

-अनेक यजमानों ने दी यज्ञ में आहुतियां
-बिरलोका के रामेश्वर महादेव गौशाला में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन

नागौरOct 28, 2023 / 02:30 pm

Ravindra Mishra

खींवसर. यज्ञ में आहुतियां देते संत व श्रद्धालु।

खींवसर. श्रीमद् भागवत आंतरिक मन से भक्त को भगवान से जोड़ने का साधन है। भागवत ही ऐसा ग्रंथ है जिसके श्रवण मात्र से मनुष्य सभी पापों से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त होता है। यह बात संत कृपाराम महाराज ने शुक्रवार को बिरलोका के रामेश्वर महादेव गौशाला प्रांगण में भागवत कथा अमृत महोत्सव के दौरान प्रवचनों में कही।
संत ने कहा कि भागवत कथा जीवन जीने का तरीका सिखाती है। साथ ही भव सागर पार उतरने का एक मात्र माध्यम है। परमात्मा हमेशा सत्य का साथ देता है, ऐसे में झूठ, कपट और असत्य के साथ कभी नहीं रहें। ईश्वर को अगर अपना बनाना है तो हमेशा सत्य की राह पर चले। उन्होंने कहा कि जो दिखे नहीं पर भ्रम पैदा हो जाए वो माया है ।, उन्होंने भगवान शिव द्वारा सुनाई अमर कथा का पाठ किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखें और आवश्यकता हो तो मोबाइल का सदुपयोग करें। बच्चों के विकास एवं उन्नति के लिए माता-पिता को देखभाल करना अतिआवश्यक बताया। संत मोहनानन्द महाराज ने भी प्रवचन दिए।
यजमानों ने दी यज्ञ में आहुतियां

कथा स्थल पर प्रतिदिन सुबह यज्ञ में अनेक यजमानों की ओर से मानव कल्याण एवं विश्व शांति को लेकर आहुतियां दी जा रही है। शुक्रवार को संत कृपाराम महाराज, मांगीलाल ओसियां की ओर से यज्ञ करवाया गया। गौशाला में पूर्णिमा पर तुलादान किया जाएगा।

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