मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी 24 घंटों में राज्य में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। राज्य में चल रहे तीव्र हीटवेव तथा ऊष्ण रात्रि का दौर आगामी 2-3 दिन जारी रहने की प्रबल संभावना है। 30 मई से पश्चिमी राजस्थान के कुछ भागों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने , वहीं जून के प्रथम सप्ताह में राज्य के ज्यादातर भागों में अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास दर्ज होने की संभावना है।
वाहन व ट्रांसफार्मर पकड़ने लगे आग
भीषण गर्मी का कहर इस कदर है कि पेड़-पौधों के पत्ते जलने लग गए हैं। जिन पेड़-पौधों को नियमित पानी दिया जा रहा है, उनके भी पत्ते जल रहे हैं, जबकि आकड़े आदि के पत्ते जलकर झड़ चुके हैं। तेज गर्मी के कारण वाहनों में आग लगने व धुंआ उठने की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। बिजली का लोड बढ़ने से जगह-जगह ट्रांसफार्मर जल रहे हैं। यह भी पढ़ें
भीषण गर्मी के बीच राहतभरी खबर, राजस्थान में इस दिन होगी बारिश! जानें कब हो रही मानसून की एंट्री
सड़कें हुई सूनी, जल सेवा में जुटे लोग
रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के कारण चिकित्सकों एवं मौसम विभाग की सलाह अनुसार लोग सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे के बीच बाहर निकलने से बच रहे हैं । इसके चलते दोपहर में शहर में कर्फ्यू सा माहौल रहता है। दूसरी ओर गर्मी में परेशान रेल यात्रियों व अन्य स्थानों पर समाजसेवकों ने प्याऊ लगाकर पानी पिलाने का काम शुरू किया है। रेलवे स्टेशन पर सोमवार को शहरवासी यात्रियों को पानी पिलाने के साथ उनकी बोतलों में पानी भरते नजर आए। पशु-पक्षियों को गर्मी से बचाने के लिए परिंडे लगाने के साथ कुंडियों व खेळियों में भी पानी भरा जा रहा है।गर्मी ने बनाया रिकॉर्ड
नागौर कृषि महाविद्यालय में लगे स्वचालित मौसम यंत्र के अनुसार नागौर में रविवार को 49 डिग्री और सोमवार को 48.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया, जो अपने आप में रिकॉर्ड है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इससे पहले 31 मई 1965 को नागौर का अधिकतम तापमान 48.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।डॉ. विकास पावड़िया, मीडिया प्रभारी, कृषि कॉलेज, नागौर