मुजफ्फरनगर। जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले थाना सिविल लाइन पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने नकली शराब की तस्करी का कारोबार करने वाले 4 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त में आये अवैध शराब तस्करो के कब्जे से पुलिस ने लाखों रुपये की कीमत का माल बरामद किया है। पकड़े गए शराब माफियाओं के इस गैंग के 12 सदस्यों को पुलिस पहले भी जेल भेज चुकी है। गिरोह का सरगना चमन लाल अब जाकर पुलिस की गिरफ्त में आया है।
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दरअसल सिविल लाइन थाना पुलिस और क्राईम ब्रांच की टीम ने सयुंक्त कार्रवाई करते हुए गुरुवार को रुड़की रोड से अवैध शराब का कारोबार करने वाले गिरोह के सरगना चमन लाल उर्फ़ सागर के साथ उसके तीन साथी गोविंद राम, सतेंदर और चरणपाल को गिरफ़्तार किया है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर दिल्ली के मड़ौली से अवैध रूप से एल्मुनियम के ढक्कन बनाने वाली फैक्ट्री का खुलासा करते हुए लगभग 8 लाख 50 हज़ार विभिन्न सरकारी डिस्टलरी मार्का के ढक्कन और 2 लाख 60 हज़ार अवैध शराब के रैपर भी बरामद किये हैं। गिरोह के सदस्यों के अभी चार साथी दिनेश, सुरेश, जगदीश और किशोरीलाल पुलिस की गिरफ़्त से बाहर हैं। जिनकी गिरफ्तरी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। यह भी देखें: सरसों के खेत में मिला एक शख्स का शव, मचा हड़कंप एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि हमने अभी 15 दिन पहले एक रैकेट को पकड़ा था। जो सरकारी ठेकों पर डिस्टलरी में बनने वाली शराब को कॉपी करके फेक रेपर, ढक्कन और बोतल बनाकर जहरीली शराब बनाते हैं और उसको चेंज करके बेचने का अपराध कर रहे हैं। उस गैंग के 12 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे थे। उसमें उनका मेन सरगना चमन नाम का व्यक्ति वह बचा हुआ था। चमन को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके साथ साथ 3 लोगों को और गिरफ्तार किया गया है। जिन लोगों से साढें आठ लाख ढक्कन और ढाई लाख रैपर बरामद हुए हैं। जो कि हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश में सप्लाई कर रहे थे। यह सारी रिकवरी इनसे की गई है और इसी के साथ एक फैक्ट्री का भी खुलसा किया गया है, जो की दिल्ली में है। फैक्ट्री में लगाई हुई है मशीनों की कीमत दस – दस लाख रूपये है और 800 से 900 किलो तक मशीन का वजन है। यह 25 से 30 हजार ढक्कन एक दिन में बना लेती है।