उद्धव ठाकरे उन शिवसेना विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों पर अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे जो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 2022 में हुए विद्रोह में शामिल थे। खुद उद्धव ठाकरे 5 नवंबर को रत्नागिरी में एक रैली को संबोधित कर शिवसेना (यूबीटी) के प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। रत्नागिरी सीट से अभी शिवसेना (एकनाथ शिंदे) नेता व राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत विधायक हैं। यहां ठाकरे अपनी पार्टी के विधायक राजन साल्वी के लिए भी वोट मांगेंगे, जो पड़ोसी राजापुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
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इसके बाद उद्धव ठाकरे 6 नवंबर को ठाणे जिले के भिवंडी ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रचार करेंगे, जिसका प्रतिनिधित्व शांताराम मोरे करते हैं, जो उनके खिलाफ बगावत करने वाले 40 विधायकों में से एक थे। ठाणे जिला सीएम शिंदे का गृह क्षेत्र है। उसी दिन उद्धव ठाकरे मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में महाविकास आघाडी (एमवीए) की रैली में शामिल होंगे, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार भी शामिल होंगे। इसके साथ ही विपक्षी गठबंधन एमवीए का चुनाव प्रचार अभियान शुरू होगा। 7 नवंबर को उद्धव दरियापुर में चुनाव प्रचार करेंगे, जहां से शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता आनंद अडसुल के बेटे अभिजीत अडसुल चुनाव लड़ रहे हैं। उसी दिन शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख बडनेरा से पार्टी के उम्मीदवार सुनील खराटे के लिए वोट मागेंगे। यह निर्वाचन क्षेत्र तीन बार के विधायक व बीजेपी के सहयोगी रवि राणा का निर्वाचन क्षेत्र है। बडनेरा से विधायक रवि राणा और उनकी पत्नी नवनीत राणा ने जब ठाकरे मुख्यमंत्री थे तो उनके निजी आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चुनौती देकर सनसनी फैला दी थी। इसके लिए राणा दंपत्ति को उस समय गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।