मुंबई के बाद ठाणे जिले में भी स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ गया है। ठाणे जिले में 24 घंटे में स्वाइन फ्लू के दोगुने मरीज सामने आए हैं। इससे स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है। ठाणे जिला स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए कमर कस ली है। ठाणे जिले में स्वाइन फ्लू के मरीजों का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है।
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बुधवार (27 जुलाई) को स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 34 थी। लेकिन गुरुवार को यह संख्या बढ़कर 66 हो गयी। और 29 जुलाई यानि शुक्रवार को ठाणे जिले में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 85 तक पहुंच गई है। ठाणे जिले में स्वाइन फ्लू का कहर सबसे ज्यादा शहरी इलाकों में देखने को मिल रहा है, हालांकि अच्छी बात यह है कि ग्रामीण इलाकों में इस वायरस का ज्यादा असर नहीं दिख रहा है। ठाणे शहर में स्वाइन फ्लू के 52 मरीज हैं। जबकि इससे सटे कल्याण-डोंबिवली शहर में स्वाइन फ्लू के 18 मरीज अस्पताल में एडमिट हैं।
जबकि, नवी मुंबई शहर में स्वाइन फ्लू के 11 मामले हैं, जबकि मीरा भायंदर शहर में हाल ही में स्वाइन फ्लू ने एंट्री की है और वहां 2 मामले मिले हैं। ठाणे जिले में अब तक स्वाइन फ्लू से 4 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें से ठाणे महापालिका सीमा के भीतर 3 लोगों की मौत हुई है।
महाराष्ट्र में फिलहाल स्वाइन फ्लू को लेकर कोई पाबंदी नहीं है। हालांकि स्वाइन फ्लू की बढ़ती संख्या को देखते हुए आम जनता को सतर्क रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि अगर बुखार जैसे लक्षण नजर आएं तो उसे नजरंदाज करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए लक्षण के मुताबिक डॉक्टर से जरूर सलाह लें और टेस्ट करवाएं।