मुंबई. विधानसभा की 288 सीटों के लिए हुए चुनाव में 24 महिलाएं भी विधायक बनी हैं। हालांकि कुल 235 महिलाएं चुनाव मैदान में थीं। सबसे ज्यादा 12 महिलाएं भाजपा के टिकट पर चुन कर आई हैं। कांग्रेस की पांच और एनसीपी की तीन महिलाएं निर्वाचित हुई हैं। शिवसेना के टिकट पर भी दो महिलाएं चुनाव जीती हैं। दो महिलाएं निर्दलीय चुनाव जीती हैं, जिनमें मीरा-भायंदर से विजयी हुईं गीता जैन भी शामिल हैं।
भाजपा ने 17 महिलाओं को टिकट दिया था, जिनमें से 12 चुनाव जीतने में सफल रहीं। शिवसेना के टिकट पर 8 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरी थीं, जिनमें से 2 जीती हैं। कांग्रेस के टिकट पर 8 महिलाएं चुनावी दंगल में उतरी थीं, जिनमें से पांच विजयी हुई हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 6 महिलाओं को टिकट दिया, जिनमें से तीन निर्वाचित हुईं। दो महिलाएं निर्दलीय चुनाव जीती हैं।
भाजपा ने 17 महिलाओं को टिकट दिया था, जिनमें से 12 चुनाव जीतने में सफल रहीं। शिवसेना के टिकट पर 8 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरी थीं, जिनमें से 2 जीती हैं। कांग्रेस के टिकट पर 8 महिलाएं चुनावी दंगल में उतरी थीं, जिनमें से पांच विजयी हुई हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 6 महिलाओं को टिकट दिया, जिनमें से तीन निर्वाचित हुईं। दो महिलाएं निर्दलीय चुनाव जीती हैं।
जिन्हें फिर मिला मौका
इस साल के विधानसभा चुनाव में 12 महिला विधायक फिर से चुनी गई हैं। इनमें से 8 भाजपा, तीन कांग्रेस और एक एनसीपी की हैं। जो महिलाएं विधायक चुनी गई हैं, उनमें मंदा म्हात्रे, मनीषा चौधरी, विद्या ठाकुर, देवयानी फरांडे, सीमा हिरे, माधुरी मिसाल, मोनिका राजले, भारती लवेकर, प्रणीति शिंदे, यशोमति ठाकुर, वर्षा गायकवाड और सुमन पाटील प्रमुख हैं।
इन्हें पहली बार मिला मौका
विधानसभा के लिए पहली बार 12 महिलाएं चुनी गई हैं। इनमें सरोज अहीरे, अदिति तटकरे, लता सोनावणे, यामिनी जाधव, मुक्ता तिलक, श्वेता म्हाले, मेघना बोर्डिकर, नमिता मुंदड़ा, प्रतिभा धनोरकर, सुलभा खोडके, गीता जैन और मंजुला गावित शामिल हैं।
विधानसभा के लिए पहली बार 12 महिलाएं चुनी गई हैं। इनमें सरोज अहीरे, अदिति तटकरे, लता सोनावणे, यामिनी जाधव, मुक्ता तिलक, श्वेता म्हाले, मेघना बोर्डिकर, नमिता मुंदड़ा, प्रतिभा धनोरकर, सुलभा खोडके, गीता जैन और मंजुला गावित शामिल हैं।