उद्धव सेना जीत से गदगद हुई
आदित्य ठाकरे ने कहा कि एमयू सीनेट चुनावों में शिवसेना (यूबीटी) को सभी सीट पर मिली जीत सिर्फ शुरुआत है। आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भी ऐसी ही जीत को दोहराया जाना चाहिए। उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य युवा सेना का नेतृत्व करते हैं, जो शिवसेना (यूबीटी) की युवा शाखा है। मुंबई यूनिवर्सिटी के सीनेट चुनावों में युवा सेना ने शानदार जीत हासिल करते हुए सभी 10 स्नातक सीटें जीत लीं, जबकि आरएसएस (RSS) के नेतृत्व वाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की करारी हरा हुई है।
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर उत्साहित पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, एमयू सीनेट चुनाव के लिए मतदान मुंबई के साथ ही पड़ोसी जिलों ठाणे, पालघर, रायगढ़ और दक्षिण कोंकण के जिलों रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में भी मतदान हुआ। इसमें भारी जीत पार्टी के प्रभाव को दर्शाता है।
‘यह तो शुरुआत है, विधानसभा चुनाव में…’
मुंबई के वर्ली से विधायक आदित्य ने कहा, “हमने दिखा दिया है कि जीत क्या होती है। यह शुरुआत है। हमें विधानसभा चुनाव में भी इसी तरह की जीत दर्ज करनी है।” बता दें की सीनेट मुंबई विश्वविद्यालय का सर्वोच्च निर्वाचित निर्णय लेने वाला निकाय और निगरानी संस्था है, जिसमें शिक्षकों, प्राचार्यों और कॉलेज प्रबंधन के साथ-साथ पंजीकृत स्नातकों के प्रतिनिधि शामिल हैं। इसे यूनिवर्सिटी का बजट पास करने का अधिकार है।
गौरतलब हो कि 2019 के चुनाव के बाद मूल शिवसेना विभाजित हो गई है और पार्टी का नाम और उसका चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट के पास चला गया। शिंदे नीत शिवसेना अब सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें बीजेपी और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) भी शामिल है। जबकि महाविकास आघाडी (एमवीए) में उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस है।