हत्या समेत कई मामले दर्ज
एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस ने हत्या के मामले में वांछित दीपक भिसे को मुंबई के करीब पालघर जिले के नालासोपारा से पकड़ा है। उसकी उम्र अब 62 वर्ष हो गयी है। 31 साल से वह फरार था। दीपक के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट और रंगदारी मांगने के कई मामले दर्ज है। उस पर 1989 में राजू चिकना नाम के व्यक्ति की हत्या और धर्मेंद्र सरोज की हत्या का प्रयास करने का केस दर्ज है।
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1992 में जमानत के बाद से था फरार
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, दीपक भिसे को पुलिस ने तीन दशक पहले गिरफ्तार किया था। वह पहले कांदिवली में रहता था। उसे 1992 में जमानत मिल गई थी। जेल से बाहर आने के बाद वह फिर कभी भी पेश नहीं हुआ। जिसके बाद 2003 में कोर्ट ने उसे फरार घोषित कर दिया।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस टीम जब भी कांदिवली के तुलस्करवाड़ी में दीपक भिसे के घर पर जाती थी तो वह वहां नहीं मिलता। स्थानीय लोग का कहना था कि शायद भिसे की मौत हो गई है। फिर भी पुलिस उसकी तलाश करती रही। परिवार से भी पूछताछ की गयी लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
‘बन गया ठेकेदार’
इस बीच पुलिस को दीपक की पत्नी का मोबाइल नंबर पता चल गया. जिसकी मदद से पुलिस ने आरोपी को ट्रेस कर लिया और पुष्टी होने पर नालासोपारा से दीपक भिसे को शुक्रवार रात में पकड़ लिया गया। वह अपने परिवार के साथ इलाके में बस गया था। जीवनयापन के लिए पेड़ काटने का ठेका लेता था।
कोर्ट ने रिमांड में भेजा
पुलिस ने वांटेड बदमाश दीपक को स्थानीय कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कांदिवली पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।
‘बन गया ठेकेदार’
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कोर्ट ने रिमांड में भेजा
पुलिस ने वांटेड बदमाश दीपक को स्थानीय कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कांदिवली पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।