एक बयान में मुंबई पुलिस ने कहा, “पुलिस कंट्रोल रूम को एक शख्स ने धमकी भरा फोन किया। फोन करने वाले ने पुलिस को बताया कि मुंबई की लोकल ट्रेन में सिलसिलेवार धमाके होंगे। कॉलर ने दावा किया कि वह विलेपार्ले (Vile Parle) इलाके से बोल रहा है और फिर उसने अपना फोन बंद कर दिया। मामले की जांच चल रही है।”
ढाई घंटे में पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी
इस कॉल के बाद मुंबई पुलिस अलर्ट मोड में आ गई और तुरंत इसकी जानकारी रेलवे प्रशासन को दी। साथ ही पुलिस ने कॉल करने वाले की तलाश की और महज ढाई घंटे में कॉल करने वाले संदिग्ध को दबोच लिया। शुरुआती जांच में यह फर्जी कॉल होने की पुष्टि हुई है।
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ढाई घंटे में पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी
इस कॉल के बाद मुंबई पुलिस अलर्ट मोड में आ गई और तुरंत इसकी जानकारी रेलवे प्रशासन को दी। साथ ही पुलिस ने कॉल करने वाले की तलाश की और महज ढाई घंटे में कॉल करने वाले संदिग्ध को दबोच लिया। शुरुआती जांच में यह फर्जी कॉल होने की पुष्टि हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए छानबीन शुरू की गई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। जुहू पुलिस ने मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम को धमकीभरा फोन करने वाले शख्स की लोकेशन ट्रेस की और उसे पकड़ लिया। आरोपी का नाम अशोक मुखिया बताया जा रहा है और वह बिहार का रहने वाला है। मामले की जांच चल रही है।
आरोपी के खिलाफ बिहार में भी दर्ज है केस
आरोपी ने दावा किया कि उसने मुंबई लोकल ट्रेन में बम रख दिया है। हालांकि जब पुलिस ने पूछा कि बम किस ट्रेन में रखा गया है तो आरोपी ने तुरंत फोन काट दिया। पुलिस ने तुरंत उस नंबर पर कॉल करने की कोशिश की। लेकिन उसने फोन बंद कर लिया था। इसके बाद पुलिस तुरंत एक्शन मोड पर आ गई और इसकी सूचना रेलवे प्रशासन को दी। दूसरी ओर यह पता लगाने में जुट गई कि फोन कहां से आया था। कंट्रोल रूम में कॉल आने के बाद पुलिस ने तुरंत जुहू पुलिस स्टेशन को सूचना दी। आरोपी के मोबाइल नंबर के आधार पर उसकी लोकेशन मिली। फिर जुहू पुलिस ने आरोपी अशोक मुखिया को विलेपार्ले के नेहरू नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक अशोक मुखिया 25 साल का है। वह मुंबई के एक होटल में हेल्पर का काम करता है। आरोपी बिहार के सीतामढी जिले का रहने वाला है। आरोपी के खिलाफ बिहार में भी मामला दर्ज है। इस मामले की जांच मुंबई पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच और एटीएस की टीम भी कर रही है।