एएचएआर के अध्यक्ष शिवानंद शेट्टी ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान और बाद में कई रेस्टोरेंट बेच दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन और कोरोना वायरस के प्रकोप के दौरान लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से हुए नुकसान ने कई लोगों को अपना व्यवसाय बेच दिया है। नए खिलाड़ियों ने रेस्टोरेंट सेवा क्षेत्र में एंट्री किया है।
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बता दें कि रेस्टोरेंट मालिकों ने यह कहते हुए कि होटल और रेस्टोरेंट उद्योग रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं, शेट्टी ने कहा कि अकेले रेस्टोरेंट राज्य भर में 60 लाख लोगों को रोजगार देते हैं। उन्होंने बताया कि यह करीब 2 करोड़ अप्रत्यक्ष रोजगार भी पैदा करता है। एएचएआर के अध्यक्ष शिवानंद शेट्टी ने कहा कि हालांकि, कोरोना महामारी के दौरान रेस्टोरेंट मालिकों को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा, क्योंकि व्यवसाय पूरी तरह से या न्यूनतम रूप से चालू थे। वेतन, बिजली और पानी के बिलों के साथ-साथ करों का भुगतान करना। यह रेस्टोरेंट मालिकों पर एक्स्ट्रा बोझ था। इसने मालिकों को व्यवसाय जारी रखने के लिए फर्नीचर और रसोई के सामान बेचने के लिए मजबूर किया। आखिरकार, खर्च वहन करने में पूरी तरफ समर्थ नहीं हो पाना, कई ने अपने रेस्टोरेंट नए और मौजूदा मालिकों को बेच दिए।