हाइवे प्रोजेक्ट के बीच मे था
उल्लेखनीय है कि यह बरगद का ये पेड़ रत्नागिरी नागपुर हाइवे प्रोजेक्ट के बीच मे आ रहा था। रत्नागिरी से सोलापुर के बीच हाइवे का विस्तारीकरण किया जा रहा है। यह सांगली जिले के भोसे गांव से होकर गुजरता है। इसी गांव में 400 वर्ष पुराना बरगद का पेड़ पड़ता है। इसलिए इसे काटा जाना था। लेकिन गांववालों ने इसे बचाने के लिए अभियान छेड़ दिया था। फि़ल्म अभिनेता सयाजी शिंदे और लेखक अरविंद की संस्था सह्याद्रि के नेतृत्व में आंदोलन किया गया। इसी का नतीजा रहा कि बरगद अब नहीं कटेगा।
आदित्य और गडकरी ने की मदद ग्रामीणों की और से 400 वर्ष पुराने बरगद के पेड़ को बचने के लिए आंदोलन की जानकारी पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे को मिली। आदित्य ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को चिट्ठी लिखी और प्राचीन बरगद के पेड़ बचाने की मांग की। उन्होंने 16 जुलाई को नितिन गडकरी को पत्र लिखा था । 22 जुलाई को गडकरी ने जवाब दिया और कहा कि बरगद को बचाना हमारी प्राथमिकता है।प्राधिकरण ने भी कहा कि पहले बरगद सर्विस रोड के बीच मे आ रहा था । लेकिन अब सर्विस रोड की चौड़ाई थोड़ी कम कर दी जाएगी। जिससे 400 वर्ष पुराना बरगद बच जाएगा।