मुंबई के कलानगर में आज पत्रकारों से बात करते हुए सीएम शिंदे ने कहा, “पिछले कुछ दिनों में मुंबई में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। इसलिए, मैंने बीएमसी कमिश्नर, एमएमआरडी और अन्य लोगों के साथ एक विशेष बैठक की। बैठक में सभी को निर्देश दिया गया कि मुंबई का प्रदूषण कम करना है इसके लिए ज्यादा टीमें तैनात की जाए, सड़क की सफाई, सड़क के मलबे को हटाया जाए, पानी से सड़कें साफ किए जाए। इसलिए मैंने कमिश्नर से कहा कि 1000 टैंकर किराए पर लिए जाएं, सड़कों को वैकल्पिक दिनों में साफ किया जाए और धूल हटाई जाए।“
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मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “हमने एंटी-स्मॉग गन का भी इस्तेमाल किया है, जेटिंग मशीन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। मैं देख रहा हूं कि बीएमसी के कर्मचारी सड़कों पर डंटे हैं और वायु प्रदूषण कम करने के लिए काम कर रहे हैं… अगर जरूरत पड़ी तो हम क्लाउड सीडिंग भी करेंगे और दुबई की एक कंपनी के साथ एमओयू (MoU) साइन किया जाएगा। सरकार और निगम मुंबई में प्रदूषण कम करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।“ मालूम हो कि सीएम शिंदे ने कालनगर (बांद्रा पूर्व), अंधेरी पूर्व, जुहू और बांद्रा में कार्टर रोड सहित विभिन्न स्थानों का दौरा किया। जहां पिछले महीने से लगातार खराब वायु गुणवत्ता दर्ज हो रही है।
वर्तमान में बीएमसी प्रतिदिन 584 किमी 60 फुट चौड़ी सड़कों और व्यस्त फुटपाथों की सफाई कर रही है। 1 दिसंबर से इसे बढ़ाकर प्रतिदिन 1,000 किमी करने की योजना है। सीएम शिंदे ने मिस्ट कैनन और फॉगिंग मशीनों को व्यस्त सड़कों पर तैनात करने का निर्देश दिया है।
सीएम शिंदे के एक्शन मोड में आने पर बीएमसी प्रदूषण से निपटने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर कर्मचारियों को हायर कर रही है। बुलेट ट्रेन, मेट्रो रेल और मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) रोड जैसी प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जल्द ही शहर की छोटी सड़कों और गलियों में भी पानी का छिड़काव किया जाएगा।