पिछले हफ्ते बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा था कि मुंबई में प्रदूषण बढ़ना बेहद चिंता की बात है। कोर्ट ने केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार और बीएमसी से भी सवाल पूछे थे। राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक के ताजा आंकड़ों के अनुसार, बीकेसी, मलाड, सायन, पवई, चेंबूर, मुलुंड, कोलाबा, देवनार आदि इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गयी है।
मुंबई के विभिन्न इलाकों की हवा की गुणवत्ता (एक्यूआई में)-
बीकेसी- 242
यह भी पढ़ें
मुंबई में प्रदूषण बढ़ना बेहद गंभीर… बॉम्बे हाईकोर्ट ने पूछा- केंद्र, राज्य सरकार और BMC क्या कर रही?
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई शहर का कुल मिलाकर एक्यूआई 139 है, जबकि पीएम 10की मात्रा भी ज्यादा है। मुंबई और उपनगर में पीएम 10 के उच्चतम स्तर के लिए सड़क की धूल, वाहनों से होने वाला प्रदूषण, चल रहे निर्माण कार्य, औद्योगिक उत्सर्जन आदि जिम्मेदार हैं। पुणे में एक्यूआई 183 पर है, जिसमें पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा अधिक है।मुंबई के विभिन्न इलाकों की हवा की गुणवत्ता (एक्यूआई में)-
बीकेसी- 242
बोरीवली पूर्व- 125 चकाला अंधेरी- 116 चेंबूर- 248 इंटरनेशनल एयरपोर्ट (T2)- 164 कोलाबा- 228 देवनार- 279 कांदिवली पूर्व- 239 बांद्रा पूर्व- 150 भांडुप पश्चिम- 112 वर्ली- 242
कुर्ला- 162 मलाड पश्चिम- 233 मझगांव- 148 मुलुंड पश्चिम- 273 नेवी नगर कोलाबा- 216 पवई- 226 सिद्धार्थ नगर वर्ली- 100 सायन- 238 विलेपार्ले पश्चिम- 225
मालूम हो कि 201 से 300 के बीच एक्यूआई को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है, जबकि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 को ‘संतोषजनक’ और 101 और 200 के बीच को ‘मध्यम’ माना जाता है।
मालूम हो कि 201 से 300 के बीच एक्यूआई को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है, जबकि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 को ‘संतोषजनक’ और 101 और 200 के बीच को ‘मध्यम’ माना जाता है।