इस घटना से जुड़ा एक वीडियो वायरल होने के बाद महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है। महिला आयोग ने संभाजी भिड़े को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, महिला रिपोर्टर ने कहा कि वह बिंदी लगाती हैं या नहीं यह उनकी अपनी चॉइस है, क्योंकि वह एक लोकतांत्रिक देश में रह रही हैं।
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बता दें कि बुधवार को संभाजी भिड़े महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात करने मंत्रालय पहुंचे थे। सोशल मीडिया में उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में संभाजी भिड़े एक टीवी चैनल की महिला रिपोर्टर से यह कहते हुए दिख रहे हैं कि आप पहले बिंदी लगाकर आइए तब मेरी बाइट लीजिए। इसके साथ ही उन्होंने महिला पत्रकार से बात करने से इनकार कर दिया। राज्य महिला आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए संभाजी भिड़े को नोटिस भेजा है। महिला आयोग की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर ने नोटिस में कहा कि आपने एक महिला रिपोर्टर से बात करने से मना कर दिया, क्योंकि उन्होंने माथे पर बिंदी नहीं लगाया था। एक महिला की पहचान उनके काम की गुणवत्ता से होती है। आपका बयान महिला के सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा को नीचा दिखाने जैसा है। सोशल मीडिया में लोग इस मुद्दे पर वाद-विवाद कर रहे हैं।
नोटिस में कहा गया है कि राज्य महिला आयोग अधिनियम 1993 की धारा 12 (2) और 12 (3) के तहत आपको एक महिला रिपोर्टर से बात नहीं करने पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा जाता है। आपने उनसे इसलिए नहीं बात की, क्योंकि उसने माथे पर बिंदी नहीं लगई थी। वहीं, महिला रिपोर्टर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर ट्वीट कर कहा, ‘मैं बिंदी लगाती हूं या नहीं यह तय करना मेरा अधिकार है। मैं एक लोकतांत्रिक देश में रहती हूं।
संभाजी भिड़े का विवादों से चोली-दामन का साथ: साल 2018 में भी संभाजी भिड़े अपने विवादित बयानों को लेकर काफी आलोचनाएं झेली हैं। उन्होंने उस समय कहा था कि उनके बगीचे के आम खाने के बाद कई दंपतियों के घर बेटा पैदा हुआ है। उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई थी। संभाजी भिड़े के इस बयान को लेकर एक सामाजिक कार्यकर्ता ने शिकायत की थी, जिसके बाद नासिक महानगरपालिका (NMC) ने उन्हें नोटिस भेजा था।