मिली जानकारी के मुताबिक, शिंदे गुट के कार्यकर्ता ट्रैवल बस में बैठीं शिवसेना की महिला कार्यकर्ताओं की तरफ देखकर कुछ इशारा कर रहे थे। जिसके बाद उद्धव ठाकरे गुट की समर्थक महिला कार्यकर्ताओं ने शिंदे खेमे के कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई कर दी।
यह भी पढ़ें
Dussehra Rally 2022: जानें क्या है मुंबई के शिवाजी पार्क का इतिहास, जहां कुछ ही देर में होगी शिवसेना की दशहरा रैली
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना की महिला पदाधिकारियों ने सड़क पर ही गाड़ी को रोक दिया और शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं को गाड़ी से उतारकर उनके साथ जमकर हाथा-पाई की। यह घटना शाहपुर शहर के पास की है। जिन शिंदे समर्थकों को पीटा गया वे अहमदनगर जिले के रहने वाले हैं। पिटाई की घटना के बाद शाहपुर इलाके में कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इससे पहले मीडियाकर्मियों से बात करते हुए शिंदे समर्थक विधायक सुहास कांडे ने बताया कि नंदगांव विधानसभा क्षेत्र के करीब 10 से 12 हजार कार्यकर्ता बुधवार को मुंबई के बीकेसी मैदान में सीएम एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली में हिस्सा होंगे। उल्लेखनीय है कि उद्धव ठाकरे और शिंदे नीत, दोनों खेमा असली शिवसेना होने का दावा ठोक रहा हैं और उनकी रैली को उनके शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे मध्य मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में उसी दिन अपने खेमे की रैली को संबोधित करेंगे। दोनों ही गुटों ने ही शिवाजी पार्क में रैली करने की बात कही, लेकिन बीएमसी ने दोनों खेमें को शिवाजी पार्क में रैली करने की इजाजत नहीं दी। इसके बाद उद्धव ठाकरे गुट ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रूख किया जहां से उन्हें शिवाजी पार्क में रैली करने की इजाजत मिल गई। शिवसेना का साल 1966 में गठन होने के बाद से वार्षिक दशहरा रैली उसकी परंपरा रही है।