महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए पात्र 9.7 करोड़ से अधिक मतदाताओं में से 47,392 मतदाताओं की उम्र 100 साल से अधिक है। वहीँ, राज्य में 18-19 आयु वर्ग के 22.22 लाख मतदाता हैं। जबकि 5 करोड़ से अधिक पुरुष व 4.69 करोड़ महिला वोटर हैं।
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 18-19 आयु वर्ग के 22,22,704 मतदाता हैं, जबकि 100 वर्ष या उससे अधिक आयु के मतदाता 47,392 हैं, जिसमें सबसे अधिक 109 वर्ष का मतदाता शामिल है। राज्य में 9,70,25,119 पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें 5,00,22,739 पुरुष, 4,69,96,279 महिलाएं और 6,101 तृतीय लिंग के मतदाता हैं।
इस बार कांटे का मुकाबला!
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। इस बार का विधानसभा चुनाव पिछले विधानसभा चुनाव 2019 की तुलना से काफी अलग है। पिछली बार कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने एक-साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, जबकि शिवसेना और बीजेपी एक-साथ थे। हालांकि, इस बार एनसीपी और शिवसेना दोनों दो धड़ों में बंट गए हैं। अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना बीजेपी के साथ सियासी अखाड़े में है. जबकि उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) कांग्रेस के साथ है और विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति को चुनौती दे रही है।