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Maharashtra Assembly Election: सीट बंटवारे पर महायुति में मंथन जारी, अजित पवार की NCP ने मांगी 80 सीटें
BJP ने कसी कमर
महायुति में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, बीजेपी और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी शामिल है। शीर्ष नेतृत्व के बीच कई दौर की बैठकों के बावजूद अभी तक महायुति में सीटों का बंटवारा तय नहीं हो सका है। हालांकि बीजेपी 160 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। दरअसल बीजेपी इस बार भी उतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, जितनी उसने पिछले विधानसभा चुनाव 2019 में अविभाजित शिवसेना के साथ गठबंधन में लड़ी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य के बीजेपी नेताओं के बीच 164 सीटों पर चुनाव लड़ने की रणनीति पर चर्चा हुई है। इसके तहत कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया गया है। अगर बीजेपी 160 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी तो शिवसेना और एनसीपी को कुल 125 से 130 सीटों पर ही अपने प्रत्याशी उतारने का मौका मिलेगा। इसमें रामदास आठवले की पार्टी आरपीआई व अन्य घटक दलों को भी समायोजित करना होगा। बताया जा रहा है कि अजित दादा की एनसीपी कम से कम 70 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती हैं। वहीँ, शिंदे की शिवसेना ने भी 80 सीटों पर दावा किया है। ऐसे में सीट बंटवारें को लेकर महायुति में खींचतान होना तय माना जा रहा है।
120 सीटों पर मचेगी रार?
महायुति में 168 सीटों के लिए कोई विवाद नहीं होने की जानकारी सामने आ रही है। हालांकि 120 सीटों के लिए घमासान मच सकता है। बीजेपी अपने सहयोगी पार्टियों से कुछ सीटों की अदला-बदली करने के लिए तैयार है। महायुति ने सीट आवंटन और उम्मीदवार चयन के लिए प्रत्याशी की जीतने की क्षमता और उस निर्वाचन क्षेत्र में उसकी पार्टी की ताकत को मुख्य मानदंड बनाया हैं। वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान उम्मीदवारों की घोषणा में देरी और सत्ता विरोधी लहर को ध्यान में नहीं रखने का असर नतीजों पर पड़ा था, इसलिए इन बातों का विधानसभा चुनाव में ध्यान रखा जाना जरुरी है।
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल इसी साल नवंबर में समाप्त हो रहा है। मौजूदा विधानसभा की बात करें तो बीजेपी 103 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, उसके बाद शिवसेना 40, एनसीपी 41, कांग्रेस 40, शिवसेना (यूबीटी) 15, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) 13 और अन्य 29 हैं। जबकि कुछ सीटें रिक्त हैं।