जानकारी के मुताबिक, 58 वर्षीय बजरंग खामकर पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर व सांगली जिले की सीमा पर उफनती वारणा नदी के बीच स्थित एक पेड़ पर फंसा हुआ था। शुक्रवार सुबह जब कुछ ग्रामीणों की नजर पेड़ पर लटके खामकर पर पड़ी तो तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने करीब 12 घंटे बाद बजरंग खामकर को पेड़ से बचाया।
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एक अधिकारी ने बताया कि कोल्हापुर आपदा मोचन दल (केडीआरएफ) के कर्मियों ने खामकर को सकुशल बचा लिया है। केडीआरएफ अधिकारी प्रसाद सांकपाल ने कहा, ‘‘व्यक्ति की पहचान सांगली के शिराला निवासी बजरंग खामकर के रूप में हुई है। खामकर गुरुवार रात करीब 9 बजे पुल से वारणा नदी का जलस्तर देखने गया था। लेकिन उसका संतुलन बिगड़ने से वह वारणा नदी में गिर गया और पानी के तेज बहाव में बह गया।’’ खामकर को बचाव दल ने आज सुबह करीब 10.30 बजे बचाया। बता दें कि कोल्हापुर जिले में हाल के दिनों में पंचगंगा ओर वारणा समेत सभी नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ा है। जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है।
उफान पर पंचगंगा नदी
कोल्हापुर जिले में भारी बारिश के चलते पंचगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। अधिकारियों ने बताया कि पंचगंगा नदी उफान पर है और उसका जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 41.2 फुट पर पहुंच गया है। हालत को देखते हुए नदी के किनारे बसे छह गांवों- फेजीवाडे, लोंधेवाड़ी, घोटवाडे, गुडाल, पिरल और पाडली के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।
उफान पर पंचगंगा नदी
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