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मुंबई पुलिस ने बताया कि शनिवार (17 अगस्त) रात मुंबई में पांच व्यक्तियों के समूह ने दो पुजारियों पर हमला कर दिया। इस हमले में पुजारियों को मामूली चोटें आईं। हमले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गए थे। Mumbai Priests Attack Video- कांदिवली पुलिस ने पुजारियों पर हुए इस हमले के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी हमलावरों की तलाश जारी है। बीच सड़क पर हुई इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद शहर की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, मुंबई पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ की।
एक अधिकारी ने बताया कि पुजारियों पर हमले के सिलसिले में प्रथम खिलारे (Pratham Khilare) और छोटू मनिहार (Chotu Manihar) नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कांदिवली पुलिस फिलहाल पुजारियों पर हमले के पीछे की वजह की जांच कर रही है।
2020 में ग्रामीणों ने क्रूरता की हदें की पार!
पालघर जिले के कासा थाना क्षेत्र के गडचिंचले गांव (Gadchinchile Village) के पास 16 अप्रैल 2020 को बच्चा चोर होने के संदेह में ग्रामीणों की भीड़ ने गाड़ी से जा रहे लोगों पर हमला कर दिया था। तब अंतिम संस्कार के लिए गुजरात जा रहे दो साधुओं और उनके ड्राइवर की लाठी-डंडों व पत्थरों से मार-मार कर हत्या कर दी गई थी।
पालघर जिले के कासा थाना क्षेत्र के गडचिंचले गांव (Gadchinchile Village) के पास 16 अप्रैल 2020 को बच्चा चोर होने के संदेह में ग्रामीणों की भीड़ ने गाड़ी से जा रहे लोगों पर हमला कर दिया था। तब अंतिम संस्कार के लिए गुजरात जा रहे दो साधुओं और उनके ड्राइवर की लाठी-डंडों व पत्थरों से मार-मार कर हत्या कर दी गई थी।
दोनों साधु राज्यव्यापी लॉकडाउन के बीच मुंबई के कांदिवली (Kandivali) से गुजरात के सूरत (Surat) में अपने गुरु के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। इस घटना के कई वीडियो वायरल हुए। जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में हिंसक भीड़ ने चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरी (70), सुशील गिरी महाराज (35) और निलेश तेलगाड़े (30) को मौत के घाट उतारा था। निलेश उस वाहन को चला रहा था जिससे दोनों साधु सूरत जा रहे थे। इस मॉब लिंचिंग की घटना की जांच सीबीआई को सौंपी गई।