जानकारी के मुताबिक, बानमोर की खदान रोड के रहने वाले सुनील प्रजापति के परिवार के बिजनेस में घोड़ों और खच्चरों को प्रयोग में लाया जाता है। उनके पास एक और घोड़ी है। सुनील का कहना है कि अप्रैल में घोड़ी ने दो बच्चों को जन्म दिया था। उन्होंने बेहट स्थित काशी बाबा से इसको लेकर मन्नत मांगी थी और कहा था कि खच्चरों के सही-सलामत पैदा होने पर उनका जन्मोत्सव धूमधाम से मनाएंगे। जैसे ही उनकी मन्नत पूरी हुई। उन्होंने जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया। दोनों खच्चरों का नामकरण भी हुआ है। जिसमें नर खच्चर का नाम भोला और मादा का नाम चांदनी रखा गया है।
चार बच्चों का नहीं मनाया जन्मोत्सव
सुनील प्रजापति ने अपने बच्चों भावना, निखिल, नैंसी और वेद का जन्मोत्सव नहीं मनाया। जिस वजह से जब लोगों को न्योता पहुंचा तो लोग हैरान रह गए। उनके ससुराल पक्ष के लोग झूला, खिलौना, साड़ी, पालना और अन्य सामना लेकर आए थे। सुनील ने उनका बैंड-बाजे के साथ किया।