कैबिनेट मंत्री ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा कोरोना वायरस की चुनौतियों के कारण निकट भविष्य में परीक्षाएं करवाना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की रहनुमाई के अनुसार अब बढिय़ा प्रदर्शन करने वाले विषयों के आधार पर नतीजा घोषित जायेगा क्योंकि कुछ विषयों की परीक्षाएं पहले ही पीएसईबी द्वारा कोरोना वायरस के फैलने से पहले ली जा चुकी हैं। उन्होंने आगे कहा कि नतीजों की घोषणा भी समय की जरूरत है ताकि विद्यार्थी उच्च शिक्षा में अपनी इच्छानुसार कोर्सों का समय रहते चयन कर सकें। उदाहरण के तौर पर अगर कोई विद्यार्थी सिर्फ 3 विषयों की परीक्षाएं दे चुका है तो बाकी रहते विषयों (जिनकी परीक्षाएं नहीं हुईं) के अंक, बढिय़ा प्रदर्शन वाले दो विषय में प्राप्त किये अंकों के औसत के आधार पर दिए जाएंगे। प्रैक्टिकल विषयों के अंक और नौकरी के प्रशिक्षण पर, व्यावसायिक विषयों के लिए भी इसी आधार पर दिए जाएंगे।
श्री सिंगला ने कहा कि ओपन स्कूल विद्यार्थियों के मामले में बोर्ड पिछली परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर नतीजों का ऐलान करेगा और उनके द्वारा पहले के सैशनों के पास किये विषयों (क्रेडिट कैरी फार्मूले) में से प्राप्त किये अंकों के आधार पर औसत अंक दिए जाएंगे। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि री-अपीयर या कम्पार्टमेंट के लिए पी.एस.ई.बी. के गोल्डन /फाईनल चांस के लिए जिन विद्यार्थियों ने इम्तिहान में बैठना था को भी उनके द्वारा पहले पास किये गए विषयों के आधार पर औसत अंक दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों के पास डिवीजन में सुधार करने या री-अपीयर के लिए लम्बित मौका है, वह सिर्फ एक पेपर जो नहीं हुआ के लिए फीस जमा करवाएंगे और उनको बिना अतिरिक्त फीस दिए भविष्य में इम्तिहान देने के लिए अतिरिक्त मौका दिया जायेगा। सामान्य हालात होने के बाद इसके लिए अलग से डेटशीट जारी की जायेगी।