पिता के निधन के एक हफ्ते में ही प्रतीक चौधरी भी कोरोना से जंग हार गए और उनका भी निधन हो गया। यह भी पढ़ेँः पुडुचेरी सीएम के शपथ ग्रहण समारोह में कोरोना का साया, 183 लोगों में से 11 निकले कोविड पॉजिटिव
दिल्ली के तेगबहादुर अस्पताल में थे भर्ती जाने माने सितारवादक प्रतीक चौधरी को दिल्ली में गुरु तेग बहादुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 49 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। सितारवादक प्रतीक चौधरी के निधन की खबर आते ही काशी के संगीत प्रेमियों में शोक छा गया।
सेनिया घराना से थे प्रतीक चौधरी प्रतीक चौधरी संगीत के सेनिया घराना से थे। वह दिल्ली विश्वविद्यालय में संगीत विभाग, संगीत एवं ललित कला संकाय में प्रोफेसर थे। प्रतीक के परिवार में पत्नी रूना और बच्चे रायना और अधिराज हैं।
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संगीत इतिहासकार पावज झा ने बताया कि, प्रतीक के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। देबू जी के साथ वह भी जीटीबी में भर्ती थे। आखिरी बार जब उनसे मेरी बात हुई थी तब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने वाली थी। लेकिन पिता के निधन की खबर से वह बिल्कुल टूट गये थे।’
संगीत इतिहासकार पावज झा ने बताया कि, प्रतीक के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। देबू जी के साथ वह भी जीटीबी में भर्ती थे। आखिरी बार जब उनसे मेरी बात हुई थी तब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने वाली थी। लेकिन पिता के निधन की खबर से वह बिल्कुल टूट गये थे।’
आपको बता दें कि जाने माने सितार वादक देवब्रत चौधरी का पिछले सप्ताह शनिवार को कोरोना के चलते ही निधन हुआ। वे देबू चौधरी के नाम से मशहूर थे।